HBTU में 8 भाषाओं में होगी इंजीनियरिंग, शिक्षा के क्षेत्र में MIT, हावर्ड से आगे

Smart News Team, Last updated: Sat, 30th Jan 2021, 11:40 AM IST
  • AICTE के चेयरमैन प्रो. अनिल डी सहस्त्रबुद्धे एचबीटीयू दीक्षांत समारोह में हिस्स लेने पहुंचे थे, इस दौरान उन्होंने ने कहा कि नई शिक्षा नीति में तकनीकी और प्रबंधन संस्थानों के शिक्षकों को पहले आठ मॉ़ड्यूल पर आधारित ट्रेनिंग करनी होगी.
HBTU कानपुर में 8 भाषाओं में इंजीनियरिंग की पढ़ाई करवाई जाएगी.

कानपुर. अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) के चेयरमैन प्रो. अनिल डी सहस्त्रबुद्धे एचबीटीयू दीक्षांत समारोह में हिस्स लेने पहुंचे थे, इस दौरान उन्होंने ने कहा कि नई शिक्षा नीति में तकनीकी और प्रबंधन संस्थानों के शिक्षकों को पहले आठ मॉ़ड्यूल पर आधारित ट्रेनिंग करानी होगी. इसमें एक मॉड्यूल इंटर्नशिप का भी होगा. इसके बाद ही वे शिक्षक स्थायी हो सकेंगे. ऐसे ही अगले सत्र तक आठ भाषाओं में इंजीनियरिंग की पढ़ाई शुरू हो जाएगी. एआईसीटीई अनेक कोर्सों का अनुवाद करा रहा है.

प्रो. सहस्त्रबुद्धे ने अपने दीक्षांत समारोह भाषण में युवा शक्ति को उत्साहित और प्रोत्साहित करते हुए कहा कि अब वह दिन नहीं रहे, जब देश के छात्र विदेश में उच्च शिक्षा और अच्छी नौकरी के लिए जाया करते थे. अब इसका केंद्र (सेंटर ऑफ ग्रेविटी) भारत हब बन गया है. चेयरमैन ने कहा कि तकनीकी और प्रबंधन के शिक्षकों को आठ मॉड्यूल में अनिवार्य रूप से प्रशिक्षित किया जाएगा. तीन-तीन क्रेडिट कोर्स पूरे करने होंगे. साथ ही इंटर्नशिप भी करनी होगी.

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चेयरमैन ने कहा कि शताब्दी वर्ष में शामिल विश्वविद्यालय अगले 100 वर्षों के लिए न सही तो भविष्य के 20 वर्षों का रोडमैप तैयार करें. एकेटीयू-मेडिकल कॉलेज से समझौता कर मेडिकल के नए उपकरण बनाने का निर्णय लिया है. इसी तरह एचबीटीयू भी अन्य से समझौता कर आगे आए. एआईसीटीई ने अनेक अवार्ड की शुरुआत की है. जैसे इंजीनियरिंग के क्षेत्र में विश्वासरैय्या अवार्ड, महिला सशक्तीकरण क्षेत्र में लीलावती अवार्ड, रानी लक्ष्मी बाई अवार्ड आदि शामिल हैं.

एआईसीटीई के चेयरमैन ने कहा कि हमारे यहां उच्च शिक्षा सस्ती और गुणवत्ता वाली है. हमने दुनिया भर की कंपनियों को सीईओ दिए हैं. एमआईटी, हावर्ड आदि को ऑनलाइन कोर्स तैयार करने या क्लासेज में वर्षों लग गए. पर भारत ने केवल डेढ़ साल में यह कर दिखाया. नई शिक्षा नीति में तकनीकी विश्वविद्यालयों में भी कला वर्ग से सम्बंधित पढ़ाई भी हो सकेगी. कहा, एचबीटीयू भी इसकी तैयारी करे. बीच में शिक्षा छोड़ने के बाद दोबारा पढ़ाई शुरू करने जैसे विकल्प भी रहेंगे.

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एआईसीटीई चेयरमैन ने कहा कि कोरोनाकाल के बाद हम नए भारत के रूप में उभरे हैं. दुनिया हमारा लोहा मानने लगी है. आईएमएफ ने भारत की आर्थिक वृद्धि की दर का 2021 में आकलन 11.5 फीसदी की दर से किया है. 13 देशों में हुए एक अन्तरराष्ट्रीय सर्वे में भारत को सशक्त माना गया है. पीपीई किट और वेंटीलेटर्स बेहद कम समय में उत्पादन कर हमने तैयार किए. को-वैक्सीन और कोविशील्ड जैसी वैक्सीन हम दुनिया के 10 देशों को उपलब्ध करा रहे हैं. दुनिया के 50-60 फीसदी देशों को भारत अपनी वैक्सीन उपलब्ध कराएगा.

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