दर्दनाक हादसाः एक पल में खत्म परिवार, बच्चों समेत पत्नी की मौत, पति लड़ रहा जिंदगी की जंग
- कानपुर के हीरामन पुरवा में आज तड़के एक जर्जर मकान गिर गया. जिससे एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई और एक व्यक्ति गंभीर रूप से घायल है. मरने वालों में एक महिला और दो बच्चे शामिल हैं. हादसे के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस बल ने सभी को रेस्क्यू करके निकाल लिया और अब निगम मलबे को हटा रहा है.

कानपुर. शहर के लिए हीरामन पुरवा में रहने वाले राजू के लिए आज की सुबह आशा नहीं विनाश की किरण लेकर आई. कल रात को सोने पर राजू ने सोचा नहीं होगा कि सुबह जिंदगी पूरी बदल चुकी होगी और जिन बच्चों और पत्नी के साथ कल खाना खाकर सोया. सुबह उनके शव सामने होंगे और खुद मौत से जंग लड़नी पड़ेगी. कानपुर के रिजवी रोड स्थित हीरामन पुरवा में एक जर्जर मकान सुबह साढ़े 5 बजे भरभरा का गिर गया. मकान गिरने से राजू, उसकी पत्नी और दो बच्चे मलबे के नीचे दब गए. मकान गिरते ही आस-पास के लोगों ने मलबे के नीचे से सभी को निकाला. जिन्हें उर्सला अस्पताल में इलाज के लिए भेजा. जहां राजू की पत्नी रुखसाना, 7 वर्षीय बच्ची शिफा और 5 वर्षीय बेटे नोमान को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया. वहीं, राजू गंभीर रूप से घायल है और उसका इलाज चल रहा है.
आवाज सुन बाहर आ गए रहवासी
रहवासियों के अनुसार, सुबह एकदम से बहुत तेज आवाज सुन बाहर आए तो राजू के मकान गिरने की सूचना मिली. जिसके बाद तुरंत पुलिस को इस घटना के संबंध में सूचना दी. मौके पर पहुंची पुलिस फोर्स ने रहवासियों की मदद से मलबे में दबे लोगों को कड़ी मशक्कत के बाद बाहर निकाला. सभी को गंभीर चोटें आई थी. जिसके बाद सभी को इलाज के अस्पताल भेजा गया.
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मकान था काफी जर्जर
पुलिस अधिकारी ने बताया कि मकान काफी समय से जर्जर अवस्था था, जिसके बाद आज सुबह 5 बजे के करीब गिर गया. सूचना मिलते ही हम अपनी फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे. साथ ही राहत कार्य शुरू कर दिया गया है. 4 लोगों को निकाला गया, जिसमें 3 की मौत हो गई और एक का अभी इलाज चल रहा है. वहीं, नगर निगम को इस संबंध में सूचना दे दी गई और निगम की टीम मौके पर पहुंच गई है और मकान का मलबा हटाया जा रहा है.
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इलाके में कई जर्जर मकान, पिछले साल भी गिरने से हुई थी मौत
जानकारी के अनुसार, कानपुर के इस इलाके में कई दशक पुराने मकान हैं, जिसमें कई जर्जर अवस्था में हैं. जिनमें नाममात्र किराए पर या तो किराएदार रह रहे हैं या वो खाली पड़े हैं. जिसको खाली करवाने को लेकर जिला प्रशासन समेत नगर निगम कई बार नोटिस दे चुकी है. जिसके बाद भी लोग मकान खाली नहीं कर रहे हैं. जिसके चलते आए दिन हादसे होते रहते हैं. पिछले साल भी बादशाहीनाका के पास एक जर्जर मकान गिरने से एक युवक की मौत हो गई थी.
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