नारी सशक्तीकरण अभियान: कक्षा नौ की ह्रदयांशी बनीं प्रभारी DIOS, कर्मचारियों को दी ये चेतावनी
- नारी सशक्तीकरण अभियान के तहत बीएनएसडी शिक्षा निकेतन बालिका विद्यालय की नौवीं कक्षा की छात्रा ह्रदयांशी कमल ने जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) का कार्यभार संभाला. इस दौरान उन्होंने देर से आने वाले कर्मचारियों को चेतावनी दी और इधर-उधर पान मसाला की पीक देख नाराजगी जताई.
कानपुर. शुक्रवार सुबह बीएनएसडी शिक्षा निकेतन बालिका विद्यालय की छात्रा ह्रदयांशी कमल ने जिला विद्यालय निरीक्षक (डीआईओएस) का कार्यभार संभाला. ह्रदयांशी बीएनएसडी शिक्षा निकेतन बालिका विद्यालय की कक्षा नौ की छात्रा हैं. ह्रदयांशी ने देर से आने वाले कर्मचारियों को चेतावनी दी. निरीक्षण में इधर-उधर पान मसाला की पीक देख नाराजगी जताई और तत्काल लिखित आदेश जारी कर कहा कि भविष्य में ऐसा करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी.
दरअसल, ह्रदयांशी ने नारी सशक्तीकरण अभियान के तहत डीआईओएस का कार्यभार संभाला. तकरीबन साढ़े बारह बजे के आसपास कार्यालय पहुंचने के बाद ह्रदयांशी को डीआईओएस सतीश कुमार तिवारी, डीआईओएस-02 मुन्नी लाल, लेखाधिकारी अखिल सिंह और रमसा की लेखाधिकारी नम्रता सिंह ने बुके देकर उनका स्वागत किया. इस दौरान उन्होंने सबसे पहले हाजिरी रजिस्टर देखा. कार्यालय में सभी कर्मचारियों ने अपने काम के बारे में बताया. विभाग के अन्दर ही निरीक्षण के दौरान प्रभार संभाले डीआईओएस ने लोगों से उनकी सीट पर जाकर जानकारियां लीं.
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इस दौरान वरिष्ठ शिक्षक नेता हरिश्चंद्र दीक्षित ने भेंट कर अपनी परेशानी बताई. उन्होंने महीनों से एक शिक्षक को वेतन न मिलने का मुद्दा बताया. इस पर प्रभारी डीआईओएस ने डीआईओएस से इसका कारण पूछा. प्रभारी डीआईओएस ने बताया कि उनके पिता ब्रजेश कुमार लेखपाल हैं. उन्होंने कहा कि नारी सशक्तीकरण के उद्देश्य से यह अच्छी पहल है. स्कूलों में सिलेबस पूरा होने पर ध्यान होना चाहिए. साथ ही उन्होंने कहा कि बिना सिलेबस पूरा कराए परीक्षा का अधिक महत्व नहीं रह जाता है.
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