कानपुर में शादी के अनुदान में फर्जीवाड़े की होगी जांच, समाज कल्याण विभाग सख्त

Smart News Team, Last updated: Wed, 10th Feb 2021, 6:03 PM IST
  • कानपुर में शादी अनुदान के आवेदन में फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ होने के बाद अब नए और पुराने सभी लाभार्थियों की जांच कराई जाएगी. सीडीओ डॉ. महेन्द्र कुमार ने इसके जांच के आदेश दे दिए हैं.
कानपुर में शादी के अनुदान में फर्जीवाड़े की होगी जांच, समाज कल्याण विभाग सख्त

कानपुर: फर्जीवाड़े और धोखाधड़ी के बारे में आपने खूब सुना होगा लेकिन शादी के अनुदान पाने के लिए फर्जी शादी का कार्ड छपवाना और गलत जाति बताकर धन अर्जित कर लिया. कानपुर में शादी अनुदान के आवेदन में फर्जीवाड़े का भंडाफोड़ होने के बाद अब नए और पुराने सभी लाभार्थियों की जांच कराई जाएगी. सीडीओ डॉ. महेन्द्र कुमार ने इसके जांच के आदेश दे दिए हैं. अगर कोई आवेदक फर्जी आवेदन किया है तो उसके खिलाफ समाज कल्याण विभाग एफआईआर कराएगा.

समाज कल्याण अधिकारी अमरजीत सिंह ने बताया कि शादी अनुदान लेने के लिए अपात्रों ने फर्जीवाड़ा करके आवेदन किया है. सत्यापन करने का काम उनके विभाग का नहीं है. यह जिम्मेदारी शहरी इलाकों में एसडीएम और ग्रामीण इलाकों में खंड विकास अधिकारी की होती है. रैंडम जांच के बाद जो आवेदन फर्जी मिले हैं उनके सत्यापन में लेखपाल, राजस्व निरीक्षक और तहसीलदार की रिपोर्ट लगी है. इनमें फर्जीवाड़ा मिलने पर अब समाज कल्याण विभाग अपने कर्मचारियों द्वारा 1600 आवेदकों सहित पुराने लाभार्थियों का सत्यापन कराएगा.

उत्तरप्रदेश में प्राथमिक स्कूलों की मान्यता अब ऑनलाइन मिलेगी

अभी और मामलों की जांच कर रहे 6 अधिकारी

मुख्य विकास अधिकारी ने बताया कि 20 और आवेदनों की रैंडम जांच कराई जा रही है. इसमें जिला प्रोबेशन अधिकारी को चार, जिला कृषि अधिकारी को तीन, कृषि रक्षा अधिकारी को चार, परियोजना निदेशक डीआरडीए को दो, डीसी मनरेगा को चार और जिला उद्यान अधिकारी को तीन आवेदनों की जांच सौंपी गई है.

PM मोदी के आंदोलनजीवी वाले बयान पर अखिलेश यादव का पलटवार

पिछड़ी जाति का होकर सामान्य वर्ग में कर दिया आवेदन

फर्जीवाड़े का खुलासा करने वाले जिला विकास अधिकारी जीपी गौतम और सहायक लेखाधिकारी विकास बाबू पांडेय ने बताया कि 20 हजार के अनुदान का लाभ लेने के लिए पिछड़ी जाति (माली) के बर्रा 8 निवासी प्रदीप कुमार ने धोखाधड़ी कर सामान्य वर्ग में आवेदन किया है. उन्होंने बेटियों के नाम बदलकर प्रीति शर्मा और उर्मिला देवी के नाम से दो आवेदन किए हैं. धोखाधड़ी कर लाभ लेने के लिए फर्जी आधार और शादी के कार्ड बनवाकर आवेदन किए गए हैं.

 

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें