कानपुर: बैंक ने एमडीएम के खाते से वसूला सरचार्ज, खाते बंद करने के आदेश
- यूपी के कानपुर में स्कूली बच्चों के परिजनों के खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत भेजे जाने वाले सुरक्षा भत्ता ट्रांसफर करने के लिए बैंक की शाखा ने चार्ज वसूल लिया. जिससे स्कूल महानिदेशक नाराज हो गए है और डीएम को पत्र लिखकर इस बैंक की शाखाओं में तमात खाते बंद करने के निर्देश जारी कर दिए है.

उत्तर प्रदेश के कानपुर में बच्चों के परिजनों के बैंक खातों में खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत भेजे जा रहे खाद्य सुरक्षा भत्ता का रूपया ट्रांसफर करने में बैंक मनमाना चार्ज वसूल रहे हैं. प्राइमरी में 374.29 और जूनियर में 561.02 रुपए मात्र ट्रांसफऱ करने में लगाए गए चार्ज पर स्कूल महानिदेशक ने कड़ी नाराजगी जताई है.महानिदेश इतने नाराज हुए है कि डीएम को पत्र लिखकर इन बैंकों में खाता बंद करने के निर्देश जारी कर दिए.
दरअसल लॉकडॉउन के दौरान स्कूल बंद होने से परिषदीय बच्चों को मिड डे मील सप्लाई नहीं हो रहा है. इसकी जगह कोटेदारों के माध्यम से बच्चों को गेहूं व चावल उपलब्ध कराया गया. इसके अतिरिक्त जिस तरह से 76 दिनों का खाद्यान्न दिलाया गया, उसी के अनुसार इसकी परिवर्तन लागत अभिभावकों अथवा बच्चों के खातों में भेजने का निर्णय लिया गया.
प्राथमिक और पूर्व माध्यमिक विद्यालयों के अभिभावकों के खातों में जब राशि भेजी गई तो बैंकों ने दो रूपए से लेकर तीन रुपए तक कटौती कर दी
इसमें बैंक ऑफ बड़ौदा भी शामिल है. कई राष्ट्रीयकृत बैंकों ने 2.65रूपए तक वसूल कर लिए.
वहीं पूरे मामले पर स्कूल महानिदेशक ने कहा है कि एमडीएम के अन्तर्गत छात्र-छात्राओं को खाद्य सुरक्षा भत्ता के रूप में उपलब्ध कराई जाने वाली परिवर्तन लागत की धनराशि को बैंक शुल्क से पूरी तरह मुक्त रखा जाए. यदि बैंक शाखाएं इसे शुल्क से मुक्त नहीं करती हैं तो ऐसे बैंक की सभी शाखाओं से खाते बंद कर दिए जाएं. केवल उन राष्ट्रीयकृत बैंकों में खाते रखे जाएं जो धनराशि बैंक शुल्क रहित स्थानांतरित करने की सहमति देगी. इस आदेश के बाद अब बैंक प्रबंधन में हड़कम्प मच गया है।
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