कानपुर: बिकरू काण्ड, जय बाजपेयी की बढ़ेंगी मुश्किलें बन्द मामलों की होगी जाँच

Smart News Team, Last updated: Thu, 6th Aug 2020, 11:01 PM IST
  • जय बाजपेई पर पुलिस पहले ही कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसको कानपुर देहात के माती जेल भेज चुकी है तो वहीं उसके पुराने कारनामे जो पुलिस की मदद से दब गए थे, अब वह दोबारा खोले जा रहे हैं।
बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के कैशियर जय बाजपेई की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं

बिकरू काण्ड: जय बाजपेयी की बढ़ेंगी मुश्किलें, बन्द हो चुके मामलों की फिर होगी जाँच, जय बाजपेई पर पुलिस पहले ही कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर उसको कानपुर देहात के माती जेल भेज चुकी है तो वहीं उसके पुराने कारनामे जो पुलिस की मदद से दब गए थे, अब वह दोबारा खोले जा रहे हैं।

उत्तर प्रदेश के कानपुर में हुए बिकरू कांड के मुख्य आरोपी विकास दुबे के कैशियर जय बाजपेई की मुश्किलें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। विकास दुबे के अपराधों का सहयोगी मानते हुए जय बाजपेई पर पुलिस पहले ही कई गंभीर धाराओं में मुकदमा दर्ज कर कानपुर देहात के माती जेल भेज चुकी है तो वहीं अगर पुलिस सूत्रों की मानें तो उसके पुराने कारनामे जो पुलिस की मदद से दब गए थे, अब वह दोबारा खोले जा रहे हैं और नए सिरे से जांच करने की भी बात कही जा रही है।

एक बात तो तय है कि जय बाजपेई की मुश्किलें अभी और बढ़ेंगी और दबे हुए जुर्म भी खुलकर बाहर आएंगे। पुलिस सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार जय बाजपेयी ने जिन मुकदमों में मिलीभगत कर फाइनल रिपोर्ट लगवा ली थी, उनमें दोबारा जांच शुरू हो गई है। आइजी के आदेश पर एसएसपी ने जय बाजपेई से जुड़े मामलों में दोबारा जांच के आदेश दिए हैं। पुलिस अब जय बाजपेई के पुराने मामलों को भी तलाशने में जुट गई है।

पुलिस से मिल रही जानकारी के अनुसार कन्नौज के तत्कालीन एएसपी केसी गोस्वामी की रिपोर्ट जय बाजपेई के लिए मुसीबत बन सकती है। एएसपी ने पहले ही जांच रिपोर्ट में कई मुकदमों पर सवाल खड़े किए थे। उन्होंने बजरिया और नजीबाबाद थाने में दर्ज मुकदमों में जांच किसी अन्य थाने से कराने की संस्तुति की थी।इसके अलावा नजीबाबाद थाने में दर्ज मुकदमा भी सवालों के घेरे में है। ये मुकदमे जय बाजपेई और उसके विरोधी सौरभ भदौरिया में पथराव को लेकर दर्ज हुए थे। पहला मुकदमा सौरभ के पक्ष से विशाल कुरील ने दर्ज कराया, जबकि क्रॉस एफआईआर जय की तरफ से प्रिंस सोनकर ने दर्ज कराई थी। इस मामले में तीसरा मुकदमा पुलिस ने दर्ज किया था। इन मुकदमों की जांच में जय के पक्ष को लाभ दिया गया था। जिसको लेकर दूसरे पक्ष ने विरोध भी किया था और मामला हाई कोर्ट पहुंच गया था। लेकिन अब पुलिस की नजर टेढ़ी हो गई है और बंद हो चुके मामलों की जांच दोबारा करने की तैयारी पुलिस कर चुकी है।

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