कानपुर मकान हादसा: 4 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन, पर नहीं बच सकी मां-बेटी की जान

Smart News Team, Last updated: Fri, 14th Aug 2020, 11:20 AM IST
  • गुरुवार को हुए कानपुर मकान हादसे में दो महिलाओं की मौत हो गई. मकान गिरने से मलबे में दोनों फंस गई थीं. 4 घंटे पुलिस, फायर ब्रिगेज और सेना का रेस्क्यू ऑपरेशन चला. मलबा ज्यादा होने के कारण उसमें फंसी मां-बेटी को समय से नहीं निकाला जा सका और उन्होंने दम तोड़ दिया. देर रात 2.30 बजे उनके शव निकाले गए.
कानपुर मकान हादसा: 4 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन, पर नहीं बच सकी मां-बेटी की जान

कानपुर. कानपुर के हटिया बाजार में गुरुवार रात एक मकान ढहने से मलबे में दो महिलाएं फंस गई. देर रात कड़ी मशक्कत के बाद उनके शवों को बाहर निकाला गया. पुलिस, फायर ब्रिगेड और सेना के रेस्क्यू ऑपरेशन में उन्हें बचाने की पूरी कोशिश की गई लेकिन मलबा ज्यादा होने की वजह से इसमें चार घंटे लगे और तब तक दोनों महिलाओं ने दम तोड़ दिया. हटिया बाजार में गुरुवार को चार मंजिल जर्जर मकान ढह गया जिसमें मां-बेटी दब गए थे.

जानकारी मिलते ही उनको बचाने के लिए पुलिस और फायर ब्रिगेट मौके पर पहुंचे. एनडीआरएफ की जगह सेना को रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए बुलाया गया. हालांकि चार घंटे तक रेस्क्यू ऑपरेशन चलाने के बाद देर रात करीब 2.30 बजे मलबे के नीचे से दोनों के शव निकले. घटना रात 9.15 बजे की है. हालांकि बताया गया है कि मकान की ईंटें लंबे समय से गिर रही थीं. रात 9.20 बजे गिरी इमारत, 9:45 बजे फायर कर्मी पहुचें, 11: 15 बजे डीआईजी-डीएम पहुंचे, 11 : 40 बजे सेना पहुंची और 12: 45 बजे एसडीआरएफ के 22 जवान पहुंचे.

पैर टूटा होने के बावजूद खुद मां-बेटी के बचाव कार्य की निगरानी कर रहे थे डीएम

जानकारी के अनुसार मकान बेहद पुराना और जर्जर था. गुरुवार को बारिश के कारण मकान की ईंटें गिरने लगी थीं. इस कारण मकान में रह रहे अन्य परिवार रात 8 बजे तक मकान खाली कर चुके थे. तीसरी मंजिल पर रहने वाले एक परिवार ने मकान खाली नहीं किया. परिवार के तीन सदस्यों में से एक लड़का रात 9.15 बजे ईंटें ज्यादा गिरने के कारण मकान से बाहर निकल भागा. ईंटें इतनी तेजी से गिरीं की मां-बेटी को मकान से निकलने का मौका नहीं मिला और वो ढहते मकान के मलबे के नीचे दब गईं.

कानपुर में मकान गिरने से घंटा भर पहले मां-बेटी को छोड़ बाकी लोग दूसरी जगह चले गए

मोहल्ले के लोगों ने पुलिस को घटना की जानकारी दी. सूचना मिलते ही डीएम डॉ. ब्रह्मदेव राम तिवारी, डीआईजी डॉ. प्रीतिन्दर सिंह, एडीएम फाइनेंस वीरेन्द्र पाण्डेय, एसपी सिटी राजकुमार अग्रवाल 5 सीओ और आधा दर्जन थाने की फोर्स पहुंच गई. फायर ब्रिगेड को भी बुलाया गया. रेस्क्यू के लिए सेना को बुलाया गया. हालांकि देर रात मलबे से दोनों के शव निकले.

 

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