कानपुर : पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के सीए के घर पर ईडी का छापा

Smart News Team, Last updated: Thu, 31st Dec 2020, 12:38 PM IST
पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के चार्टर्ड एकाउंटेट के घर पर ईडी ने छापेमारी कर 80 लाख रुपये की संपत्ति के दस्तावेज बरामद किए हैं। इसके अलावा राजधानी में भी उनके घर पर ईडी ने छापा डालकर 11 लाख रुपये के पुराने नोट बरामद किए हैं। गायत्री इन दिनों दुष्कर्म के आरोप में जेल में बंद है।
पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति

कानपुर : खनन घोटाले में फंसे पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति की आय से अधिक संपत्ति की जांच कर रहे प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने पूर्व मंत्री के चार्टर्ड एकाउंटेंट उमेश खंडेलवाल के घर व कार्यालय में छापा मारा। ईडी ने दिन भर दोनों स्थानों पर दस्तावेज को खंगाला। हालांकि यह नहीं बताया कि छापे में ईडी को क्या हासिल हुआ है। सूत्रों के मुताबिक ईडी को यहां से 80 लाख रुपये की संपत्ति के दसवेज मिले हैं। वहीं उनके राजधानी लखनऊ स्थित ऑफिस से बंद हो चुके 11 लाख रुपए के पुराने नोट भी बरामद हुए हैं। गायत्री प्रजापति के इन ठिकानों की जांच देर रात तक चलती रही।

 उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति के खिलाफ खनन घोटाले में आय से अधिक संपत्ति की जांच चल रही है। इस मामले में बुधवार सुबह 11 बजे प्रवर्तन निदेशालय की दो टीमें कानपुर पहुंची। कानपुर में पूर्व मंत्री के चार्टर्ड एकाउंटेंट उमेश खंडेलवाल रहते हैं। खंडेलवाल स्वरूप नगर में नागेश्वर अपार्टमेंट के फ्लैट नंबर 705 में परिवार के साथ रहते हैं, जबकि सिविल लाइन में इनका कार्यालय है। एक टीम ने घर और दूसरी टीम ने कार्यालय में छापेमारी की। करीब पांच घंटे तक ईडी की टीम दस्तावेज को खंगालती रही। हालांकि टीम में शामिल अधिकारियों ने छापेमारी के संबंध में कुछ भी बताने से इन्कार कर दिया। इस दौरान पूरे क्षेत्र में भारी गहमागहमी रही। सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस भी मौके पर मौजूद रही। इसके अलावा ईडी ने गायत्री के कई और कार्यालय और घर पर भी छापेमारी की है।

लखनऊ: अधिकारों की रक्षा के लिए यूपी कांग्रेस के अध्यक्ष ने राष्ट्रपति को लिखा पत्र

मालूम हो कि पूर्व मंत्री गायत्री प्रजापति मौजूदा समय में दुष्कर्म के आरोप में जेल में सजा काट रहे हैं। लखनऊ पुलिस ने इस मामले में उन्हें 15 मार्च, 2017 में गिरफ्तार किया था, तब से वह जेल में ही हैं।

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें