बरतें सावधानी: दिल-दिमाग पर ठंड का अटैक, हार्ट अटैक और ब्रैन स्ट्रोक से दो की मौत

Sumit Rajak, Last updated: Thu, 23rd Dec 2021, 12:12 PM IST
  • कानपुर में कड़ाके की ठंड का कहर जारी है. लगातार दो दिन से तापमान रिकॉर्ड तोड़ रहा है. उत्तर भारत से आने वाली ठंडी हवा ने लोगों की जान मुश्किल में डाल दी है. लगातार जारी ठंड से लोगों के दिल और दिमाग पर गहरा असर पड़ रहा है. खासतौर से डायबिटीज और हाइपरटेंशन रोगी अस्पतालों में पहुंच रहे. दो लोगों की मौत गुरुवार को हो गई है.
प्रतीकात्मक फोटो

कानपुर. कानपुर में कड़ाके की ठंड का कहर जारी है. लगातार दो दिन से तापमान रिकॉर्ड तोड़ रहा है. उत्तर भारत से आने वाली ठंडी हवा ने लोगों की जान मुश्किल में डाल दी है. लगातार जारी ठंड से लोगों के दिल और दिमाग पर गहरा असर पड़ रहा है. खासतौर से डायबिटीज और हाइपरटेंशन रोगी अस्पतालों में पहुंच रहे. दो लोगों की मौत गुरुवार को हो गई है. इनमें एक 45 वर्ष युवक शामिल है. जो कन्नौज का निवासी है. 

मरने वालों में 55 वर्षीय जागृति सिंह को मैनपुरी से लाया गया था. पहले उन्हें एक प्राइवेट असपताल ले जाया गया था, जहां पैरालिसिस बताया गया. वह अर्द्धबेहोशी की हालत में थी. हैलट में उनकी मौत हो गई. उधर कन्नौज निवासी 45 वर्षीय सोहन लोधी का ब्लड शुगर अचानक 400 से पार कर गया था. उन्हें चक्कर आया और बेहोश हो गए. तिर्वा से उन्हें प्राइवेट डॉक्टर ने कानपुर हैलट रेफर कर दिया. उनकी हैलट लाते समय मौत हो गई. यहां डॉक्टरों ने मौत ही वजह हार्ट अटैक बताया. परिजनों का कहना है कि चार दिन से सोहन की तबियत बिगड़ी हुई थी और प्राइवेट इलाज करा रहे थे. इस बीच हैलट इमरजंसी में पांच लोग ठंड से जुड़ी विभिन्न बीमारियों से पीड़ित होकर भर्ती कराए गए हैं. इसी तरह अन्य अस्पतालों में भी मरीज पहुंच रहे हैं.

लकवा और हार्ट अटैक का सबसे अधिक खतरा शुगर और उच्च रक्तचाप के मरीजों को होता है. मगर चिकित्सक बताते हैं कि अगर उम्र 55 के पार है तो सावधान हो जाएं. हालांकि यह जरूरी नहीं कि उच्च रक्तचाप और शुगर के मरीज रहें, तभी लकवा मार सकता है. आमतौर पर ऐसे मौसम में 55 से अधिक उम्र वालों को ठंड अधिक लगती है. ऐसे में रक्तचाप बढ़ता और घटता है. इन परिस्थितियों लकवा मार सकता है. इस लिए ठंड से बचना बेहद जरूरी है.

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