कानपुर : एनएसआई में बनेगा म्यूजियम, देख पाएंगे सौ साल पुरानी चीनी मशीनें
कानपुर : चीनी उद्योग के सौ साल पूरे होने पर राष्ट्रीय शर्करा एवं प्रशिक्षण संस्थान कानपुर में म्यूजियम और आधुनिक लैब बनाई जा रही है। इस म्यूजियम में शुरुआत से अब तक चीनी मिलों में प्रयोग की जा रही मशीनों को रखा जाएगा। सौ साल से ज्यादा पुरानी मशीनों और तकीनीक को लोग इस म्यूजिम के माध्यम से देख सकेंगे। इसके अलावा यहां एक आधुनिक लैब भी बनाई जा रही है। जिसकी दीवारें शीशे की होंगी। इस लैब से लोग अंदर गन्ने से चीनी बनने की आधुनिक तकनीकी को देख सकेंगे।
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नैशनल शुगर इंस्टीट्यूट के निदेशक नरेंद्र मोहन ने बताया कि सही मायने में चीनी उद्योग की शुरुआत वर्ष 1920 में हुई थी। अब 2020 खत्म होने वाला है। यानी चीनी उद्योग के सौ साल पूरे हो गए। शुरूआत में चीनी मिले दिनभर में पांच सौ टन गन्ना ही पेर पाती थीं। इस समय पांच हजार टन गन्ना एक दिन में पेरा जाता है। यानी चीनी मिलों की क्षमता दस गुना ज्यादा बढ़ चुकी है। यह सब चीनी मशीनों में हुए बदलाव से संभव हुआ है। चीनी उद्योग ने निरंतर नई तकनीकी को ग्रहण किया और मशीनों में बदलाव होता गया।
ऑनलाइन लेक्चर के लिए बनेगा विशेष कक्ष
संस्थान में ऑनलाइन लेक्चर के लिए विशेष कक्ष बनाया जाएगा। इसमें इंट्रेक्टिव रूम का नाम दिया जाएगा। इसकी खासियत होगी कि इसका पूरी तरह से डिजिटल होना होगी। दुनिया के किसी भी कोने से जब कोई विषय विशेषज्ञ व्याख्यान दे रहे होंगे तो छात्र उनसे वन टू वन इंट्रेक्शन कर सकेंगे। जो छात्र प्रश्न पूछेगा उस पर स्पॉट लाइट पड़ेगी। सभी छात्रों के पास माइक्रोमाइक होंगे।
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