कानपुर के IFS सौरभ को मिली विदेश मंत्रालय में बड़ी जिम्मेदारी, संभालेंगे पूर्वी देशों के मामले

Swati Gautam, Last updated: Tue, 23rd Nov 2021, 5:15 PM IST
  • म्यांमार में भारत के राजदूत आईएफएस सौरभ कुमार को विदेश मंत्रालय में बड़ी जिम्मेदारी मिली है. कैबिनेट की नियुक्ति समिति से मंजूरी मिलने के बाद कानपुर के सौरभ कुमार को सचिव (पूर्व) बनाया गया है. अब से सौरभ की पूर्वी देशों के साथ संबंध और विदेश नीतियों के निर्धारण में सौरभ की प्रमुख भूमिका रहेगी.
कानपुर के IFS सौरभ को मिली विदेश मंत्रालय में बड़ी जिम्मेदारी, संभालेंगे पूर्वी देशों के मामले

कानपुर. कानपुर के वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. संतोष कुमार के बेटे और म्यांमार में भारत के राजदूत आईएफएस सौरभ कुमार को विदेश मंत्रालय में बड़ी जिम्मेदारी मिली है. बता दें कि कैबिनेट की नियुक्ति समिति से मंजूरी मिलने के बाद सौरभ कुमार को सचिव (पूर्व) बनाया गया है. यानी अब से सौरभ कुमार पूर्वी देशों के मामले देखेंगे. पूर्वी देशों के साथ संबंध और विदेश नीतियों के निर्धारण में सौरभ की प्रमुख भूमिका रहेगी. इस खबर के बाद से सौरभ कुमार का पूरा परिवार और कानपुर के लोग भी उन पर गर्व महसूस कर रहे हैं.

मीडिया से हुई बातचीत की दौरान सौरभ कुमार के पिता डॉ. संतोष कुमार ने बताया कि सौरभ 31 दिसंबर 2021 से यह जिम्मेदारी संभालेंगे. बया दें कि सौरभ म्यांमार से पहले ईरान में भारत के राजदूत हैं. उसके पहले वह फिजी आदि देशों में भारतीय दूतावासों में अपनी सेवाएं दे चुके हैं. सौरभ कुमार के शुरुआती दिनों की बात करें तो वे आईआईटी कानपुर से ग्रेजुएट हैं. यूपीएससी परीक्षा की तैयारी उन्होंने कानपुर में ही रहकर की. कानपुर आईआईटी से 1987 में बीटेक और उसके बाद आईआईटी दिल्ली से एम टेक करने के बाद उनका विदेश सेवा में चयन हो गया था.

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म्यांमार में भारत के राजदूत सौरभ कुमार जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज में मेडिसिन विभाग के एचओडी रहे प्रोफेसर डॉ. संतोष कुमार के बेटे हैं. पिता डॉ. संतोष कुमार आईएमए कानपुर के अध्यक्ष भी रह चुके हैं. सौरभ की माता डॉ. एसके श्रीवास्तव स्त्री रोग विशेषज्ञ हैं. दोनों ही कानपुर में रहते हैं. सौरभ कुमार को सचिव (पूर्व) बनाए जाने पर डॉ. संतोष कुमार और मां डॉ. एसके श्रीवास्तव बेहद ही खुश हैं. सौरभ और उनके परिवार के लिए यह गौरव भरे क्षण हैं.

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