कानपुर: UP बोर्ड के शिकंजे में शिक्षक, ऑनलाइन पढ़ाई के आंकड़ों की होगी जांच

Smart News Team, Last updated: Wed, 26th Aug 2020, 1:12 PM IST
  • अब ऑनलाइन शिक्षा के नाम पर बन रहे फर्जी आंकड़ों की जांच होगी. जांच के लिए 59 टीमों का गठन किया गया है.स्कूलों को क्लस्टरों मे बंटा गया है जिसका एक इंचार्ज होगा. हर शनिवार को स्कूलों को अपनी रिपोर्ट क्लस्टर इंचार्ज को देनी होगी.
माध्यमिक शिक्षा परिषद ऑफिस प्रयागराज (फाइल फोटो)

कानपुर:जिले के माध्यमिक स्कूलों में हो रही ऑनलाइन पढ़ाई की जांच की जाएगी. अब यूपी बोर्ड के माध्यमिक विद्यालयों में ऑनलाइन शिक्षा के नाम पर बनाए जा रहे आंकड़ों की जांच के लिए 59 टीमें बनाई जाएंगी. टीम के निरीक्षण के दौरान स्कूल के प्रिंसीपल को हर शिक्षक की क्लास और समय के बारे में पूरी जानकारी देनी होगी.

जानकारी के मुताबिक अब ऑनलाइन क्लासेज के बारे में सरकार पूरी जांच करने की योजना बना रही है. सरकारी चैनलों डीडी लखनऊ और स्वयंप्रभा के अलावा व्हॉट्सएप ग्रुपों से हो रही ऑनलाइन पढ़ाई की अब रोज समीक्षा भी की जाएगी. इसके लिए स्कूलों को 59 क्लस्टरों में बांटा गया है. हर कल्सटर में औसतन दस स्कूल शामिल किए गए हैं. हर क्लस्टर का एक इंचार्ज बनाया बनाया गया है जो रोज रिपोर्ट लेगा.समीक्षा के लिए एक नोडल और सहायक नोडल अधिकारी को इन कल्सटरों की जिम्मेदारी दी गई है. 

स्कूलों की ऑनलाइन शिक्षा व्यवस्था की जांच के बारे में जिला विद्यालय निरीक्षक सतीश कुमार तिवारी ने बताया कि ऑनलाइन पढ़ाई के नाम पर अब शिक्षक अपनी जिम्मेदारी से नहीं बच सकेंगे. अब शासन के निर्देश पर हर दिन इसकी समीक्षा की जाएगी. ऑनलाइन शिक्षा के दौरान शिक्षकों को अगर कोई दिक्कत हो रही है तो टीमें उनकी मदद भी करेंगी. साथ उन्होनें यह भी स्पष्ट किया कि चैनलों और व्हॉट्सएप की मदद से हो रही पढ़ाई की समीक्षा की जाएगी. कल्सटर इंचार्ज को हर शनिवार को स्कूल रिपोर्ट सौंपेगें और उनकी समीक्षा भी उसी दिन होगी. 

 

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