कानपुर: स्वतंत्रता दिवस पर विकास दुबे के बिकरू गांव में नहीं फहराया गया तिरंगा
- उत्तर प्रदेश के कानपुर में आठ पुलिसकर्मियों को शहीद करने वाला एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे के चौबेपुर स्थित बिकरू गांव में स्वतंत्रता दिवस का जश्न नहीं मनाया गया. हर साल से अलग ना तो लोगों ने कोई तैयारी की और ना ही झंडा फहराया गया.

कानपुर. यूपी पुलिस के एनकाउंटर में मारे गए 8 पुलिसकर्मियों का हत्यारोपी इनामी बदमाश विकास दुबे के चौबेपुर स्थित बिकरू गांव में 15 अगस्त के दिन स्वतंत्रता दिवस का जश्न नहीं मनाया गया.
हर साल गांव में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है लेकिन इस साल नहीं फहराया गया. यहां तक की गांव के पंचायत भवन का ताला तक नहीं खोला गया. यह पहला मौका रहा जब किसी खास दिवस पर सरकारी दफ्तर बंद रहा हो.
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विकास दुबे के गांव के लोगों का कहना है कि हर साल पंचायत भवन पर तिरंगा फहराया जाता है. लेकिन इस साल 15 अगस्त को ग्राव सचिव भी गांव नहीं पहुंचे. प्राथमिक विद्यालयों के शिक्षक तो सुबह स्कूल तो पहुंचे लेकिन झंडा नहीं फहराया. कुछ देर बाद वे भी वापस लौट गए.
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डा. महेंद्र कुमार, सीडीओ कानपुर ने इस संबंध में कहा कि गांव में बीडीओ और ग्राम सचिव की ध्वजारोहण की जिम्मेदारी होती है. वर्तमान में इलाके के बीडीओ आलोक पांडेय कोरोना संक्रमित होने की वजह से क्वारंटीन हैं.
बीडीओ के ना होने पर ग्राम सचिव की जिम्मेदारी थी गांव में लोगों को एकजुट कर तिरंगा फहराया जाता और सफाई का संदेश दिया जाता. अगर ऐसा नहीं हुआ तो अपराध है जिसकी जांच की जाएगी.
बीडीओ आलोक पांडेय ने इस संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि ग्राम में ध्वजारोहण न होना अपराध है. सिर्फ सचिव ही नहीं गांव के प्रधान की भी यह जिम्मेदारी है. बीडीओ ने कहा कि ग्राम सचिव के पास कई गांवों की जिम्मेदारी होती है. पता लगाया जा रहा है कि किन वजहों से ग्राम सचिव बिकरू गांव नहीं पहुंच पाए. मामले की पूरी तरह जांच होगी.
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