कानपुर: नो स्कूल, नो फीस अनशनकारी की हालत बिगड़ी, DM फीस माफी पर मीटिंग करेंगे

Smart News Team, Last updated: Sat, 12th Sep 2020, 4:33 PM IST
  • कानपुर में फीस माफी को लेकर भूख हड़ताल पर बैठे दो अभिभावकों की तबीयत खराब हो गई. इसके बाद जिलाधिकारी से मिले मौखिक आश्वासन के बाद वह डॉक्टरों की सलाह पर ओआरएस घोल पीने को राजी हुए.इससे पूर्व जिलाधिकारी ने अभिभावकों के साथ शुल्क नियामक समिति की बैठक करने का आश्वासन दिया.
शास्त्री चौक पर धरने पर बैठे अभिभावक

 कानपुर. कानपुर के शास्त्री चौक में फीस माफी की मांग को लेकर सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठे दो अभिभावकों की तबियत बिगड़ गई. इसके बाद मौके पर पहुंची डॉक्टरों की टीम ने वहां मौजूद लोगों से उन्हें ओआरएस घोल पिलाने की सलाह दी. इसे पीने के बाद उनकी तबीयत में कुछ सुधार हुआ. इस दौरान जिलाधिकारी ने एसीएम के माध्यम से हड़ताल पर बैठे अभिभावकों को आश्वासन दिया कि वे शुल्क नियामक समिति की बैठक बुलाएंगे और उसमें अभिभावकों को भी शामिल किया जाएगा. लेकिन अभिभावक इस बात पर अड़े रहे कि उन्हें तिथि सहित इसका लिखित आश्वासन दिया जाए तब भी उनकी ओर से यह धरना समाप्त किया जाएगा.

जानकारी के अनुसार सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठे दो अभिभावक मनीष मिश्रा और देवेश त्रिवेदी की तबीयत खराब हो गई. इसके बाद डॉ प्रवीण के नेतृत्व में धरना स्थल पर पहुंची टीम ने उनका बीपी चेक किया तो दोनों का ब्लड प्रेशर कम निकला. जिलाधिकारी से मिले मौखिक आश्वासन के बाद दोनों डॉक्टरों की सलाह पर ओआरएस घोल पीने को सहमत हो गए. इसके बाद उन्हें पास के मंदिर में ले जाकर कुछ समय के लिए पंखे में बैठाया गया तो उनकी तबीयत में कुछ सुधार हुआ. इसके बाद वे फिर से धरना स्थल पर पहुंच गए.

IPL से पहले क्रिकेट मैच सट्टा गैंग के 6 गिरफ्तार, नोट गिनती मशीन, 93 लाख जब्त

आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश अभिभावक विचार मंच की ओर फीस माफी के लिए यह भूख हड़ताल सोमवार को शुरू की गई थी जो शुक्रवार को भी जारी रही. इस दौरान इस विवाद का समाधान निकालने के लिए वकीलों की एक टीम जिलाधिकारी से मिलने उनके कार्यालय भी पहुंची.

अभिभावकों ने बताया कि फीस के मुद्दे पर डीएम से एसीएम तृतीय की मौजूदगी में बात हुई. इसके बाद डीएम ने कहा कि वे अभिभावकों के साथ शुल्क नियामक समिति की बैठक करने को तैयार है. सभी अभिभावक मिलकर इसकी तारीख तय कर लें. लेकिन अभिभावकों का कहना था कि जब तक उन्हें कोई लिखित आश्वासन नहीं मिलता है तब तक वे आंदोलन खत्म नहीं करेंगे.

गायत्री प्रजापति को जेल भिजवाने वाली महिला ने एक और नेता पर लगाए गंभीर आरोप

शुक्रवार को धरना स्थल पर राष्ट्रीय विकलांग पार्टी के सदस्य भी पहुंचे और आंदोलन कर रहे लोगों को समर्थन दिया. इसके साथ ही कई अन्य संगठनों ने भी धरना स्थल पर पहुंचकर अपना समर्थन दिया. धरने में मनीष शर्मा आजाद, विरेंद्र कुमार, राहुल कुमार, लाला ठाकुर, नीरज पंडित, अजय प्रताप सिंह, विजय पांडेय, आनंद कुमार, अनिल सिंह चौहान और रविंद्र शर्मा आदि अभिभावक मौजूद रहे.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें