कानपुर पुलिस लाइन में बरामदा गिरने से सिपाही की मौत के बाद चार जर्जर बैरकें खाली
- कानपुर के पुलिस लाइन की बैरकें ख़स्ताहाल हो चुकी है. सोमवार को ही एक बैरक के गिर जाने से एक सिपाही की मौत हो गई जबकि 5 अन्य घायल हो गए. इसके बाद आईजी रेंज के एई ने पुलिस लाइन का निरीक्षण किया.एई ने रिपोर्ट दी जिसके बाद बैराकों को खाली करवा लिया गया.

कानपुर. कानपुर नगर के पुलिस लाइन में ख़स्ताहाल बैरकों में काम करने वाले सिपाहियों की आख़िर अधिकारियों ने सुध ले ली. मग़र इसकी कीमत एक सिपाही को अपनी मौत से चुकानी पड़ी.
दरअसल, पुकिस लाइन की कुछ बैरकें काफ़ी ख़स्ता हाल हो चुकी हैं. सोमवार की देर रात बैरक नंबर 1 का बरामदा गिरने से एक सिपाही अरविंद की मौत हो गई जबकि पांच अन्य सिपाही घायल हो गए.
इसके बाद मंगलवार को रेंज ऑफिस से आये एई ने पुलिस लाइन और ट्रैफिक पुलिस लाइन का निरीक्षण किया. उन्होंने यह रिपोर्ट दी कि पुलिस लाइन की चार और ट्रैफिक पुलिस लाइन की एक बैरक तुरंत गिराना जरूरी है. ये सभी बैरकें इतनी ख़स्ताहाल हो चुकी हैं कि ये कभी भी ढह सकती है। एई की इस रिपोर्ट के बाद सभी बैरकें खाली करा ली गईं हैं.
हालांकि जर्जर बैरक नंबर 1 रात में ही खाली करा ली गई थी. लेकिन सुबह सिपाही दोबारा पहुँचे. इस दौरान फायर ब्रिगेड की टीम भी आ चुकी थी. इसके बाद धीरे- धीरे सिपाहियों ने बैरक में से अपना सामान निकाल कर बाहर रख दिया.
बाद में डीआईजी डॉ. प्रीतिंदर सिंह और एसपी पश्चिम (एसपी लाइन) डॉ. अनिल कुमार ने पुलिस लाइन का निरीक्षण किया. इसके बाद रेंज ऑफिस से एई पुलिस लाइन पहुंचे और उन्होंने आरआई सुरेंद्र विक्रम सिंह और जेएस पाठक के साथ पुलिस लाइन के सभी आवासों और बैरकों का निरीक्षण किया.
अन्य खबरें
कानपुर: ITI चलो अभियान के नाम पर खानापूर्ति, प्रिंसिपल बोले-ऐसे ही भर रही सीट
कानपुर में दुकानदारों को गाली देते सिपाही का वीडियो वायरल, लाइन हाज़िर
कानपुर: 24 घंटों में कोरोना से 16 लोगों की मौत पर शासन सख्त, CMO ने शुरू की जांच
संजीत अपहरण-हत्याकांड मामले में पुलिस को चकमा दे परिवार धरने पर बैठा, हुआ हंगामा