गुनगुनी धूप में कंपकपाती ठंड! अगले 7 दिनों तक चलेगी शीतलहर, नहीं दिखेगा सूरज

Smart News Team, Last updated: Tue, 4th Jan 2022, 12:27 PM IST
  • यूपी के कानपुर में लगातार ठंड का कहर जारी है. कानपुर के धूप में भी शहरवासियों को कंपकपा देने वाली ठंड हो रखी है. मौसम विभाग ने कानपुर में मंगलवार देर शाम से बदली शुरु की आशंका जताई है और हल्की बारिश होने की संभावना है. जिसकी वजह से कानपुर वासियों को अगले 7 दिनों तक ठंड से राहत नहीं मिल पाएगी.
गुनगुनी धूप में कंपकपाती ठंड! अगले 7 दिनों तक चलेगी शीतलहर, नहीं दिखेगा सूरज

कानपुर. यूपी के कानपुर में लगातार पारा लुढ़कने से ठंड का कहर बरपा रही है. जिले में सोमवार/मंगलवार को पारा 05.6 डिग्री सेल्सियस तक लुढ़क गया, जिससे ठंड का असर और बढ़ गया. मौसम विभाग ने तापमान में अभी और गिरावट होने की संभावना जताई है.

बता दें कि, कानपुर के धूप में भी शहरवासियों को कंपकपा देने वाली ठंड हो रखी है. मौसम विभाग के अनुसार, कानपुर में मंगलवार देर शाम से बदली शुरु की आशंका जताई है और हल्की बारिश होने की संभावना है. जिसकी वजह से बुधवार से अगले पांच से सात दिनों तक सूरज के दर्शन कम होने की संभावना जताई जा रही है.

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अगर बात करें पिछले 72 घंटों के तापमान की तो 72 घंटों से रात के मौसम में एक डिग्री तापमान का उतार-चढ़ाव बना हुआ है. मालूम हो कि, रविवार को तापमान 05.6, सोमवार को 04.6 और फिर मंगलवार को 05.6 डिग्री सेल्सियस रपर लुढ़का रहा. लेकिन अब रात का तापमान तेजी से बढ़ेगा क्योंकि मंगलवार सायंकाल से बदली शुरू हो जाएगी.

अगले पांच दिन कैसे होंगे

यदि हवा के रुख में कोई खास बदलाव नहीं हुआ तो मंगलवार सायंकाल से देर रात के बीच घने बादल छाने लगेंगे. बुधवार को सुबह या दोपहर में बूंदाबांदी हो सकती है. गुरुवार (6 जनवरी) से 12 जनवरी तक रोज हल्की से मध्यम बारिश की संभावना बनी रहने की आशंका जताई जा रही है. बारिश हो या न हो लेकिन लगातार सूरज निकलने की संभावना कम है जिससे सर्दी का अहसास बढ़ जाएगा.

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केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के मुताबिक, मंगलवार सुबह नेहरू नगर सेंटर का एयर क्वालिटी इंडेक्स (एक्यूआई) 263 (मानक 50) पहुंच गया. इस दौरान धूल-धुआं के कणों की अधिकतम संख्या 444 (मानक 60) माइक्रोग्राम प्रति घन मीटर पहुंच गई. नाइट्रोजन डाइऑक्साइड की अधिकतम मात्रा 218 (80), सल्फर डाइऑक्साइड की 109 (80) और कार्बन मोनोऑक्साइड की मात्रा 157 (04 प्रति घंटा) माइक्रोन प्रति घनमीटर रही. इसी तरह किदवई नगर सेंटर का एक्यूआई सुबह नौ बजे 195, एनएसआई का 201 रहा. आईआईटी क्षेत्र का सेंसर खराब होने से यहां रेगुलर रीडिंग जनरेट नहीं हो रही है. फिर भी यहां धूल-धुआं के अधिकतम कण 500 माइक्रोन प्रति घनमीटर रिकार्ड किए गए हैं.

चंद्रशेखर आजाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय (सीएसए) के मौसम विज्ञानी डॉ. एसएन सुनील पांडेय ने बताया कि विक्षोभों के कारण मंगलवार देर रात से मौसम में बदलाव की संभावना है और बुधवार से बूंदाबांदी की संभावना है. यह दौर लंबा चल सकता है.

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