कानपुर: गैस ऑपरेटेड सेमी ऑटोमैटिक राइफल से विकास दुबे ने पुलिस पर किया था हमला

Smart News Team, Last updated: Sun, 9th Aug 2020, 5:42 PM IST
  • बिकरू कांड में पुलिस पर हुआ था मॉडिफाई राइफल का प्रयोग. एक बार ट्रिगर दबाने पर पूरी मैगजीन खाली कर देती है यह राइफल. विकास दूबे ने सिंगल शॉट राइफल को गैस चैंबर के जरिए सेमी ऑटोमेटिक मशीन में तब्दील कराया था. विकास दुबे के पास थी ऐसी दो राइफलें, जो एसटीएफ और पुलिस को भी नहीं मिली.
विकास दुबे

कानपुर जिले के कुख्यात अपराधी विकास दुबे अपने साथ गैस ऑपरेटेड सेमी ऑटोमेटिक राइफल रखता था. इसी राइफल से उसने बिकरू गांव में हुए हत्याकांड को अंजाम दिया था. इसके बाद से ही पुलिस उसकी तलाश में जुट गई और अंततः उसे ढूँढ़कर कानपुर जेल ले जा रही थी, जहां तड़के सुबह में ही भागते समय पुलिस ने उसका एनकाउंटर कर दिया था.

कानपुर जिला बिकरू कांड के चलते इस समय चर्चा में बना हुआ था, लेकिन विकास दुबे के हुए एनकाउंटर के बाद मामला थम सा गया है. अब बिकरु गांव सहित क्षेत्र के लोग भी चैन की सांस ले रहे हैं.

वहीं हाल ही में हुए खुलासे में यह बात सामने आई है कि कानपुर का कुख्यात सरगना विकास दुबे अपने पास ऑपरेटेड सेमी ऑटोमेटिक राइफल रखता था. इसी राइफल से उसने पुलिसवालों को मौत के घाट उतार दिया था.

मिली जानकारी के अनुसार यह सेमी ऑटोमेटिक राइफल उसने खुद मॉडिफाई करवाया था. जिसमें एक ही बार ट्रिगर दबाने पर पूरी की पूरी मैगजीन खाली हो जाती थी. इस तरह की दो राइफल विकास दुबे के पास थी. दोनों ही राइफलों को विकास दुबे अपने ही पास रखता था.

विकास ने सिंगल शॉट की राइफल को मॉडिफाई करवाया था, जिसमें गैस चैंबर के जरिए सेमी ऑटोमेटिक मशीन में तब्दील करा दिया था.

हाईली मॉडिफाई हथियार के साथ उसने खौफनाक घटना को अंजाम दिया था. बता दें कि विकास के पास जो ऐसी दो राइफले थीं. वो दोनों राइफलें न तो एसटीएफ को मिली और ना ही पुलिस वालों को. यह अभी भी रहस्य का विषय बना हुआ है. आखिर वे राइफलें गई कहाँ? आधुनिक हथियारों से लैस विकास दुबे ने उस रात खून की नदियां बहा दी थी.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें