कानपुर: विकास दुबे के गांव बिकरु में महिलाएं चलाएंगी अब राशन की दुकानें
- डीएसओ ने सीडीओ से महिला समूहों के नाम मांगे. 17 अगस्त को आयोजित होगी खुली बैठकें. बैठक में गांव के सभी घर से एक-एक सदस्य लेंगे भाग. राशन की दुकान चलाने को लेकर चर्चा के बाद होगा निर्णय.

कानपुर-विकास दुबे के गांव बिकरू व भीटी में राशन की दुकानें अब महिलाएं चलाएगी. गांवों में महिला समूहों को राशन की दुकानें आवंटित की जाएगी.
इसकी पहल विकास दुबे के दबदबे वाली एक दर्जन में से दो दुकानों से की जाएगी. डीएसओ ने सीडीओ से महिला समूहों के नाम मांगे हैं. 17 अगस्त को ग्राम पंचायत की खुली बैठक आयोजित की गई है. इसमें गांव के सभी घरों से एक-एक सदस्य भाग लेंगे. जहां खुली बैठक में राशन की दुकानों पर फैसला होगा.
लगातार स्वयं सहायता समूहों की महिलाओं को पैरों पर खड़ा करने की पहल शासन की ओर से की जा रही है. ऐसे में अब खाली हो चुकी राशन की दुकानों पर पहली प्राथमिकता समूह की महिलाओं को दी जाएगी. विकास दुबे के करीबियों की भीटी व कंजती की दुकानें निरस्त कर दी गई है. उन पर जल्द ही फैसला होना है.
डीएसओ अखिलेश श्रीवास्तव ने बताया कि दोनों दुकानों को जल्द आवंटित करना है. ब्लॉकों में खाली हुई दुकानों में पहली प्राथमिकता समूहों को देनी है. डीसी एनआरएलएम और सीडीओ से समूहों की सूची मांगी गई है जिससे बैठक में उनको शामिल किया जा सके.
बिकरु गांव से जुड़ी हुई सभी फाइलें खंगाली जा रही हैं. बिकरु गांव में संचालित हो रही सभी महिला संगठनों की सूची प्रशासन को भेजी जाएगी.
इन्हीं महिला संगठनों को बैठक में भी बुलाया जाएगा जिनमें से किसी एक महिला संगठन को सरकारी सस्ते गल्ले की दुकान चलाने की जिम्मेदारी भी सौंपी जाएगी. इससे महिलाओं द्वारा संचालित हो रहे संगठन को भी मजबूती मिलेगी. साथ ही महिलाएं आत्मनिर्भर हो सकेंगी. सरकार द्वारा चलाई जा रही योजनाएं भी इस माध्यम से सफल साबित होंगी.
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