कानपुर चिड़ियाघर में 10 पक्षियों की मौत, भोपाल रिसर्च सेंटर भेजे गए सैंपल

Smart News Team, Last updated: Thu, 7th Jan 2021, 6:18 PM IST
  • कानपुर के चिड़ियाघर में 10 पक्षियों की मौत रानीखेत बीमारी के चलते हो गई. जिसकी जानकरी चिड़ियाघर के निदेशक सुनील कुमार ने दी वही सभी पक्षियों के सैम्पल भोपाल रिसर्च सेंटर भेज दिया गया, ताकि पक्षियों के मौत का असली कारण पता चल सके.
कानपुर चिड़ियाघर का पक्षियों का बाड़ा हुआ अभी के लिए बंद

कानपुर. देश के अधिकतर चिड़ियाघरों से पक्षियों में बर्ड फ्लू होने कि खबरे आ रही है. इसी बीच कानपुर के चिड़िया घर में 10 पक्षियों कि अचानक मौत हो जाने से चिडयाघर में हड़कंप मच गया, लेकिन कानपूर चिड़ियाघर के निदेशक सुनील कुमार बताया कि 10 पक्षियों कि मौत हुई है. साथ ही ये भी बताया कि इनमे से किसी कि भी मौत बर्ड फ्लू के चलते नहीं बल्कि रानीखेत बीमारी के चलते हुई है. वहीं सभी पक्षियों के सैम्पल भोपाल रिसर्च सेंटर भेज दिया गया है. जिसकी रिपोर्ट 8 जनवरी को आएगी तब ही पक्षियों के मौत का असली कारण पता चल सकेगा.

पक्षियों के मौत कि जानकर देते हुए निदेशक सुनील कुमार ने बताया कि पक्षियों में बर्ड फ्लू के लक्षण नहीं दिखाई दिया है, फिर भी हम पूरी सावधानी रख रहे है. हल में हुए 10 पक्षियों की मौत फिलहाल रानीखेत बिमारी के चलते हुई है. पक्षियों की हुई मौत में 8 रेड जंगल फाउल (जंगली मुर्गे) और 2 कड़कनाथ मुर्गें है. जिसमे से दो मुर्गो की उम्र करीब 8 साल थी और दोनों काफी बुजुर्ग भी थे.

कानपुर चिड़ियाघर का पक्षियों का बाड़ा हुआ अभी के लिए बंद

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इसी के साथ उन्होंने आगे बताया कि सावधानी रखते हुए पक्षियों के बाड़ों, बर्ड एवरी और झील के पास के स्थानों को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. साथ ही घुमने आने वाले पर्यटकों को वहां जाने से रोका जा रहा है. इतना ही नहीं बाड़ों में दवाइयों का छिड़काव किया जा रहा है. साथ ही पक्षियों के को एंटीबायोटिक और विटामिल की दवाइया देना प्रारम्भ कर दिया गया है.

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साथ ही उन्होंने ने ये भी बताया कि चिड़ियाघर में अब किसी बड़े के पास सफाई कर्मी नहीं जा सकेंगे और अस्पताल के भीतर भरी लोगो का प्रवेश भी निषेध कर दिया है. वहीं रोज दिन में दो बार पक्षियों के बाड़े में हाइपो और एंटी बैक्टीरिया कि दैवीयों का छिड़काव भी शुरू कर दिया गया है.

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