खुलासा: कानपुर में चोरी के फोन से ऐसे होती थी देश विरोधी गतिविधि

Smart News Team, Last updated: Tue, 24th Aug 2021, 4:48 PM IST
  • इस गैंग का खुलासा तब हुआ जब बीते दिनों क्राइम ब्रांच ने इस मोबाइल गैंग को पकड़ा. क्राइम ब्रांच की गिरफ्तारी के बाद इस गैंग की परतें खुलने लगीं. इस दौरान पता चला कि इस गैंग के तार विदेशों तक जुड़े हुए हैं. अब इस पूरे मामले की जांच डीसीपी क्राइम को दी गई है.
क्राइम ब्रांच के मुताबिक, इस मोबाइल गैंग के तार विदेशों तक जुड़े हुए हैं. (प्रतिकात्मक फोटो)

कानपुर. उत्तर प्रदेश के कानपुर में मोबाइल चोरों के एक गैंग का खुलासा हुआ है. इस गैंग पर आरोप है कि वह चोरी के मोबाइल का इस्तेमाल देश विरोधी गतिविधियों में करता था. दरअसल, इस गैंग का खुलासा तब हुआ जब बीते दिनों क्राइम ब्रांच ने इस मोबाइल गैंग को पकड़ा. क्राइम ब्रांच की गिरफ्तारी के बाद इस गैंग की परतें खुलने लगीं. इस दौरान पता चला कि इस गैंग के तार विदेशों तक जुड़े हुए हैं. अब इस पूरे मामले की जांच डीसीपी क्राइम को दी गई है.

गौरतलब है कि कानपुर में क्राइम ब्रांच ने कुछ दिन पहले अंतर्राष्ट्रीय मोबाइल चोरों को पकड़ा था. यह गैंग बांग्लादेश, नेपाल और अन्य देशों में यहां से मोबाइल चोरी करके देश विरोधी गतिविधियों में इस्तेमाल करने के लिए बाहर सप्लाई करता था. इस आशंका के बाद से मामले की जांच की गई तो इस गैंग का खुलासा हुआ और गिरोह के सदस्यों को जेल भेज दिया गया. बताया जा रहा है कि यह गैंग अब तक 10000 से ज्यादा मोबाइल चोरी कर चुका है. इस गैंग के तार अन्य देशों से भी जुड़े हुए हैं.

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मिली जानकारी के मुताबिक, यह गैंग चोरी के मोबाइल को बांग्लादेश और पाकिस्तान तक पहुंचाता था. जहां आतंकवादी इस फोन को अपने काम में लाते थे. इस खुलासे के बाद से पुलिस कमिश्नर असीम अरुण ने मामले की जांच डीसीपी क्राइम को दी है. डीसीपी क्राइम अन्य देशों व विदेशों की पुलिस से संपर्क करके जो भी बचे हुए साथी हैं उनको भी गिरफ्तार करने का प्रयास कर रहे हैं. पुलिस कमिश्नर असीम अरुण के मुताबिक, कानपुर की क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे गैंग को पकड़ा है जो मोबाइल चोरी कर उन्हें विदेश में भेजता था. यह गैंग चोरी के मोबीके को कूरियर नेपाल बॉर्डर पहुंचता था. उन्होंने आगे बताया कि इस गैंग के सहयोगी दूसरे देशों में उसे रिसीव कर नेपाल में बेच देते थे. अभी तक के इस गैंग ने 5000- 10000 मोबाइल बांग्लादेश, नेपाल और पाकिस्तान में सप्लाई किया है. क्राइम ब्रांच ने इस मामले की जानकारी सुरक्षा एजेंसियों को भी दे दी है. बहरहाल, टीम आगे की तफ्तीश में जुट गई है.

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