मुख्तार अंसारी की वापसी में बदला काफिले का रूट, चप्पे-चप्पे पर थी पुलिस की नजर

Smart News Team, Last updated: Wed, 7th Apr 2021, 9:40 AM IST
  • पंजाब की रोपड़ जेल से यूपी की बांदा जेल तक ले जाने के लिए मुख्तार अंसारी के काफिले को कई पड़ावों से गुजारा गया. सफर के दौरान कई बार रूट को बदल गया. दो बार काफिले के ड्राइवर दल को बदला गया. पूरे रास्ते पर हाई अलर्ट जारी कर बड़े वाहनों आवाजाही को इस रूट पर रोक दिया गया.
मुख्तार अंसारी की वापसी में बदला काफिले का रूट, चप्पे-चप्पे पर थी पुलिस की नजर

कानपुर। पंजाब की रोपड़ जेल से यूपी की बांदा जेल तक ले जाने के लिए मुख्तार अंसारी के काफिले को कई पड़ावों से गुजारा गया. सफर के दौरान कई बार रूट को बदल गया. कई स्थानों पर काफिले को रोका गया, हालांकि कुछ मिनट रुक कर काफिला आगे बढ़ गया. तकरीबन रात डेढ़ बजे पूरी तरह से गोपनीय रखे गए मुख्तार के रूट को कानपुर देहात के सिकंदरा से अचानक बदल कर भोगनीपुर की तरफ मोड़ दिया गया. सिकंदरा से काफिला राजपुर होते हुए भोगनीपुर और यहां से मूसानगर होते हुए घाटमपुर पहुंचा.

पहले यह अनुमान था कि औरैया से बाराटोल के रास्ते मुख्तार को कानपुर लाया जाएगा, जहां से फतेहपुर की सीमा से होते हुए बांदा ले जाया जाएगा लेकिन अचानक रूट बदल गया और नए रूट पर फोर्स सक्रिय हो गई और साथ ही भारी संख्या में पुलिस बल को हाईवे पर तैनात कर दिया गया. रास्ते में पड़ने वाले राजपुर, सट्टी, घाटमपुर, सजेती थानों की पूरी फोर्स सड़कों पर आ गई. पूरे रास्ते पर हाई अलर्ट जारी कर बड़े वाहनों आवाजाही को इस रूट पर रोक दिया गया.

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मुख्तार अंसारी का काफिला कानपुर देहात के सट्टी थाने से होते हुए घाटमपुर से पास हुआ. घाटमपुर से यह काफिला तिंदवारी, पिलानी, जसपुरा सुमेरपुर मार्ग होते हुए गुजरा. पहले महोबा की तरफ मुड़ने की बात कही जा रही थी लेकिन काफिला को यहा भी नया रूट घाटमपुर से हमीरपुर, भरुआ सुमेरपुर से होते हुए बांदा की ओर रवाना किया गया. पुलिस ने दोनों रूटों पर मुस्तैदी ऱखी हुई थी. घाटमपुर से गुजरने वाले काफिले के चलते रास्ते में ट्रकों और बड़ी गाड़ियों को भी रोक दिया गया है.

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रात तकरीबन डेढ़ बजे कानपुर देहात के सट्टी थाने के ठीक सामने मुख्तार अंसारी के काफिले के पीछे चल रही सभी गाड़ियों को रोक दिया गया. गाड़ियों में मौजूद मीडियाकर्मी फौरन ही नीचे उतरे तो देखा कि सबसे आगे चल रही एम्बुलेंस कहीं नहीं दिखाई दे रही थी. कोई पुलिस वाला भी साफ साफ जवाब नही दे रहा था. कभी उन्होंने कहा कि काफिले में मौजूद सीओ को वॉश रूम जाना था इसलिए रोका गया, तो कभी मुख्तार अंसारी के वॉश रूम जाने की बात कही गई. हंगामे के बीच करीब 12 मिनट बाद थाने के अंदर से एम्बुलेंस निकली और काफिला एक बार फिर बांदा की तरफ रवाना हो गया.

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सिंकन्दरा से बांदा तक सिंगल रोड होने की वजह से यह तय हुआ था कि वही ड्राइवर बांदा तक काफिले को लेकर जाएंगे. उन सभी आठ ड्राइवरों को हमीरपुर से भारी सुरक्षा के बीच भेजा गया था, जो विशेष सुरक्षा के बीच उलटी दिशा में आगे बढ़ रहे थे. काफिले तक इनके पहुंचते ही गाड़ियां इनके हवाले कर दी गईं थीं.

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देर रात लखनऊ एक्सप्रेस वे से मुख्तार का काफिले के फिरोजाबाद की सीमा में प्रवेश करते ही वाहनों के चालक दल को थकान के कारण बदल दिया गया. मुख्तार की एंबुलेंस चालक ने थकान होने से इनकार कर दिया इसलिए उसे नहीं बदला गया. इसी दौरान काफिले की गति सीमा 80 से 110 के बीच धीमी-तेज होती रही. 11:27 बजे फिरोजाबाद में कठफोरी कट से मुख्तार का काफिला नीचे उतरा. मुख्तार को नेशनल हाईवे से इटावा, औरैया होते हुए ले जाया जा रहा है. इस दौरान उसे इटावा पुलिस एस्कॉर्ट करने पहुंच चुकी थी.

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