टीम इंडिया के डाइट प्लान में हलाल मीट, कानपुर टेस्ट से पहले भड़के फैंस
- कानपुर टेस्ट से पहले बीसीसीआई का डाइट चार्ट विवादों में आ गया है जिसमें खिलाड़ियों की डाइट में हलाल मीट शामिल किया गया है. सोशल मीडिया पर लोग डाइट चार्ट को लेकर गुस्से में हैं. लोगों का कहना है कि ज्यादातर खिलाड़ी हिंदू हैं तो हलाल मीट क्यों खिलाया जा रहा है?
कानपुर: भारत-न्यूजीलैंड के बीच खेले जाने वाले पहले टेस्ट मैच से पहले डाइट चार्ट को लेकर विवाद शुरू हो गया है. इसका कारण है कानपुर में खिलाड़ियों का डाइट चार्ट जिसमें कहा गया है कि खिलाड़ियों को हलाल मीट दिया जाएगा. डाइट चार्ट के सामने आते ही ट्विटर पर #BCCI Promotes Halal ट्रेंड करने लगा. लोग जमकर बीसीसीआई की निंदा कर रहे हैं कि बीसीसीआई हलाल मीट को प्रमोट कर रहा है. सोशल मीडिया पर 25 हजार से ज्यादा लोग बीसीसीआई प्रमोट्स हलाल हैशटैग के साथ ट्वीट कर चुके हैं. लोग खिलाड़ियों को हलाल मीट खिलाने को लेकर सवाल उठा रहे हैं.
क्या है हलाल और झटके के मीट का विवाद?
दरअसल माना जाता है कि मुसलमान मीट को हलाल करके खाते हैं यानी जो भी नॉनवेज मुसलमान खाते हैं वो हलाल होता है वहीं हिंदुओं में झटके का मीट खाया जाता है यानी वो मांस जो एक झटके में काटा गया हो उसे झटका कहा जाता है. इसी को लेकर विवाद खड़ा हो गया है क्योंकि बीसीसीआई के डाइट चार्ट में खिलाड़ियों के लिए हलाल का मीट तय किया गया है.
खिलाड़ियों के लिए बीसीसीआई ने जो मेन्यू तय किया है उसमें स्टेडियम में मिनी ब्रेकफास्ट, लंच, टी टाइम स्नैक्स और रात का डिनर है. बीसीसीआई के मेन्यू में बीफ और पोर्क को बाहर रखा गया है लेकिन हलाल मीट के शामिल होने से विवाद खड़ा हो गया है. भारतीय फैंस का कहना है कि टीम में ज्यादातर खिलाड़ी हिंदू हैं तो फिर बीसीसीआई के मेन्यू में हलाल मीट क्यों जबकि हिंदू धर्म में हलाल का मीट खाना सख्त मना है. फैंस का कहना है कि बीसीसीआई खिलाड़ियों को हलाल का मीट खाने पर कैसे मजबूर कर सकते हैं?
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