कानपुर: रेप पीड़िता के परिजनों को लगातार मिलती रही धमकियां, लापरवाह बना रहा सिस्टम!

ABHINAV AZAD, Last updated: Thu, 16th Dec 2021, 12:20 PM IST
  • कानपुर में नाबालिग से रेप के बाद जच्चा-बच्चा की मौत हो गई थी. इस मामले में पीड़ित परिवार ने 29 दिसंबर को आईजी से मिलकर मामले की शिकायत दर्ज कराई थी. लेकिन पीड़ित परिवार का आरोप है कि मुकदमा वापस लेने के लिए लेखपाल और उसके सहयोगी लगातार धमकी देते रहे. आईजी के आदेश के बावजूद थानेदार ने आरोपी लेखपाल को गिरफ्तार नहीं किया.
(प्रतीकात्मक फोटो)

कानपुर. पिछले दिनों ककवन क्षेत्र में नाबालिग से रेप का मामला सामने आया था. रेप के बाद गर्भवती जच्चा-बच्चा की मौत हो गई थी. जिसके बाद पीड़ित परिवार ने 29 दिसंबर को आईजी से मिलकर मामले की शिकायत दर्ज कराई थी. पीड़ित परिवार का आरोप था कि मुकदमा वापस लेने के लिए लेखपाल और उसके सहयोगी लगातार धमकी दे रहे थे. बताया जा रहा है कि आईजी ने थानेदार से फोन पर बात करके लेखपाल की गिरफ्तारी का आदेश दिया था. लेकिन बावजूद इसके थानेदार ने आरोपी लेखपाल को गिरफ्तार नहीं किया.

इस पूरे मामले में पीड़िता के परिजनों का आरोप है कि आरोपी लेखपाल लगातार समझौते का दबाव बना रहा था. वहीं लेखपाल की ओर से प्रधान पति समेत कई लोग पैरवी करने के साथ ही धमका रहे थे. पीड़िता के पिता का आरोप है कि इस बात को लेकर किशोरी को गहरा सदमा लगा था. इसके बाद उसकी अचानक तबियत बिगड़ी और हैलट अस्च्चा-बच्चा में प्री-म्च्योर बच्चा हुआ. इसके कुछ देर बाद दोनों ने दम तोड़ दिया.

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आईजी प्रशांत कुमार और एडीजी भानु भास्कर पर आरोप है कि रेप पीड़िता की मौत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की. पीड़िता के परिजनों का कहना है कि इस दौरान कागजी खेल चलता रहा, लेकिन मुक्कमल कार्रवाई नहीं हुई. वहीं थानेदार और सीओ ने मामले में लापरवाही बरती. इस बीच लेखपाल खुलेआम घूमता रहा और पुलिस मामले में कोई कार्रवाई नहीं कर सकी. बताते चलें कि ककवन क्षेत्र में नाबालिग से रेप का मामला सामने आया था. रेप के बाद गर्भवती जच्चा-बच्चा की मौत हो गई थी. जिसके बाद पीड़ित परिवार ने 29 दिसंबर को आईजी से मिलकर मामले की शिकायत दर्ज कराई थी.

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