कानपुर के शरई अदालत में खोले जाएंगे सुलह केंद्र, फैसला मानने की ली जाएगी तहरीर

Smart News Team, Last updated: Tue, 12th Jan 2021, 6:22 PM IST
  • मुस्लिमों के बीच हुए मनमुटाव के मामलों में संज्ञान लेने वाली शरई अदालत में अब फैसला देने की जगह सुलह कराने को प्राथमिकता दी जाएगी. इस बात को ध्यान में रखते हुए शरई अदालत से जुड़े कई सुलह केंद्र भी खोले जाएंगे.
कानपुर के शरई अदालत में खोले जाएंगे सुलह केंद्र, फैसला मानने की ली जाएगी तहरीर

कानपुर :मुस्लिमों के बीच हुए मनमुटाव के मामलों में संज्ञान लेने वाली शरई अदालत में अब फैसला देने की जगह सुलह कराने को प्राथमिकता दी जाएगी. इस बात को ध्यान में रखते हुए शरई अदालत से जुड़े कई सुलह केंद्र भी खोले जाएंगे, जहां मुस्लिम समुदाय में निकाह, तलाक, झगड़ों और संपत्ति विवाद के मामलों को सुलझाने का काम किया जाएगा. वहीं, केंद्र के अंदर आने वाले मामलों में पहले ही दोनों पक्षों से तहरीर ले ली जाएगी, जो भी फैसला होगा, उन्हें मंजूर करना पड़ेगा.

बताया जा रहा है कि कानपुर शहर में पहले ही कई शरई कोर्ट हैं और हर शरई कोर्ट शहरकाजी के नेतृत्व में चलाया जा रहा है. लेकिन इससे अलग अब ऑल इंडिया सुन्नी उलमा काउंसिल ने कानपुर शहर में शरई सुलह केंद्र खोलने का विचार किया है, जहां वाद-विदा के बीच सुलह कराने की कोशिश की जाएगी. इन केंद्रों को शहरकाजी मौलाना मुश्ताक अहमद मुशाहिदी के संरक्षण में खोला जाएगा. बताया जा रहा है कि प्रथम चरण में केवल चार केंद्रों की स्थापना की जाएगी.

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इस बारे में बात करते हुए काउंसिल के महासचिव हाजी मोहम्मद सलीस ने बताया कि शरई कोर्ट में शरीयत की रोशनी में फैसला होने के बाद भी बहुत से लोग इसे मानते नहीं हैं. ऐसे में वे गुनाहगार होते हैं. लेकिन सुलह केंद्रों में विवाद खत्म कर समझौता कराने पर जोर दिया जाएगा. सुलह केंद्र से जुड़ी इस बैठक में शहरकाजी मौलाना मुश्ताक मुशाहिद, मौलाना मेराज अशरफी, हाजी दिलशाद कुरैशी और हाफिज मुबीन आदि मौजूद रहे.

 

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