कानपुर के लोगों को राहत! इतने समय में पूरी हो जाएगी ऑक्सीजन की कमी

Smart News Team, Last updated: Fri, 7th May 2021, 10:04 PM IST
  • ऑक्सीजन की कमी पूरी किए जाने का कार्य कानपुर में जोरों पर चल रहा है. दिल्ली से आए प्लांट इंजीनियर अवनीश सैनी ने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार कानपुर के उर्सला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है. जिसका कार्य अब अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है. दो से तीन दिन में प्लांट चालू कर दिया जाएगा.
ऑक्सीजन प्लांट लगाने का काम किया जा रहा है

कानपुर. कानपुर से बड़ी खबर सामने आ रही है कि कोरोना के कहर के बीच अपने करीबियों की अंतिम सांस को बचाने के लिए जहां लोगों को ऑक्सीजन की कमी के चलते दर-ब-दर भटकना पड़ रहा हैं। उससे उन्हें निजात मिलने वाली है यानी कि कानपुर में ऑक्सीजन की कमी को देखते हुए उसकी कमी पूरी किए जाने का कार्य जोरों पर चल रहा है. कयास लगाया जा रहा है कि अगर सही समय पर कार्य को पूरा कर लिया गया तो दो से तीन दिनों में ऑक्सीजन प्लांट को चालू कर दिया जाएगा. जिसके चालू होने के बाद एक दिन में करीबन 150 ऑक्सीजन सिलेंडर की व्यवस्था मुहैया कराई जा सकेगी.

इस बारे में जानकारी देते हुए दिल्ली से आए प्लांट इंजीनियर अवनीश सैनी ने बताया कि सरकार के निर्देशानुसार कानपुर के उर्सला अस्पताल में ऑक्सीजन प्लांट लगाया जा रहा है. जिसका कार्य अब अंतिम पड़ाव पर पहुंच चुका है और लगभग दो से तीन दिनों में इस कार्य को पूरा कर लिया जाएगा. जिसके बाद प्लांट से निकलने वाली ऑक्सीजन गैस की टेस्टिंग की जाएगी और अगर सब कुछ सही पाया जाता है तो जरूरतमंद को ऑक्सीजन वितरित की जाएगी. जिसकी पहली यूनिट में लगभग डेढ़ सौ लोगों को एक दिन में गैस देने का लक्ष्य रखा गया है. 

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आपको बतातें चलें कि पिछले कुछ दिनों में ऑक्सीजन की मारामारी के चलते सैकड़ों लोगों की मौत हो चुकी है, हालात ऐसे बने हुए हैं कि अभी भी मरीजों के तीमारदार अपने लोगों को बचाने के लिए घंटों ऑक्सीजन की तलाश में भटक रहे हैं. डा. अनिल सीएमएस उर्सला अस्पताल का कहना है कि ऑक्सीजन सिलेंडर की डिमांड इतनी है कि कहीं-कहीं तो यह भी देखा जा रहा है कि अगर ऑक्सीजन सिलेंडर मिल भी जाता है लेकिन जब तक मरीज के रिश्तेदार सिलेंडर लेकर हॉस्पिटल पहुंचते हैं, तब तक उनका मरीज अपनी सांसे थाम चुका होता है. जिसके चलते अंदाजा लगाया जा रहा है कि प्लांट के चालू होने के बाद इस तरह की दयनीय परिस्थितियों को रोका जा सकेगा.

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