कानपुर: 180 दिन बाद अनलॉक में खुले मंदिर-मस्जिद, गुरुद्वारों में हुई पूजा-अजान

Smart News Team, Last updated: Wed, 23rd Sep 2020, 1:38 PM IST
  • कोरोना संक्रमण के चलते लगभग 180 दिनों से बंद धार्मिक स्थल बुधवार को एक बार फिर खुलने को तैयार है. नए नियमों को लेकर कोई लापरवाही नहीं बरती जाएगी और आने वाले भक्तों से भी पूरे सहयोग की अपील की जाएगी. अधिकारियों की तरफ से स्पष्ट कहा गया है कि किसी भी तरह कि लापरवाही मिलने पर प्रशासन की तरफ से कार्रवाई की जाएगी.
शहर का प्रसिद्ध आनंदेश्वर मंदिर.

कानपुर. कानपुर. आज से मंदिरों में घड़ियाल गूंजेंगे, मस्जिदों में नमाज, चर्च में प्रार्थना सभाएं और गुरुद्वारों में शबद कीर्तन फिर से सुनाई देना शुरू हो गई हैं . कोरोना संक्रमण के चलते लगभग 180 दिनों से बंद धार्मिक स्थल बुधवार को एक बार फिर खोल दिया गया है. अनुमति मिलने के बाद धार्मिक स्थल की प्रबंधन समितियों के सदस्य मंगलवार रात से ही इन्हें खोलने की तैयारियों में जुट गए थे. साथ ही इस बात पर जोर दिया जा रहा है कि नए नियमों को लेकर कोई लापरवाही नहीं बरती जाऐ और आने वाले भक्तों से भी पूरे सहयोग की अपील की जाएगी. 

जाजमऊ सिद्धनाथ धाम के पुजारी मंदिर अरुण चैतन्य पुरी महाराजव ने बताया है कि प्रबंधन ने गर्भ गृह की व्यवस्थाएं संभालने की पूरी तैयारी की है।  कोविड प्रोटोकाल के साथ धार्मिक स्थल खोलने की छूट अच्छा फैसला है। बुधवार से ही मंदिरों के पट खुल जाएंगे. शहर काजी के काजी हाफिज कुद्दूस हादी ने भी इस फैसले पर खुशी जताते हुए कहा है कि खुशी है कि अब मजहबी मुकामात (धर्म स्थल) खुल गए हैं। अपील है कि जिन शर्तों पर इन्हें खोलने की इजाजत मिली है उसका जरूर पालन करें। अल्लाह से दुआ करें कि यह वबा (महामारी) जल्द से जल्द खत्म हो जाए. पादरी डायमंड यूसुफ और  श्री गुरु सिंह सभा के प्रधान सरदार हरविंदर सिंह लार्ड ने भी इस फैसले पर खुशी जताई है और दुआ की है कि कोरोना संकट जल्द खत्म हो. 

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अधिकारियों की तरफ से स्पष्ट कहा गया है कि कोविड बचाव संबंधी सभी नियमों का पालन करना होगा और प्रशासन इसमें पूरा सहयोग करेगा. किसी भी तरह कि लापरवाही मिलने पर प्रशासन की तरफ से कार्रवाई की जाएगी. इस मौके पर धर्म संघ के संयोजक शेषनारायण त्रिवेदी, सत्येंद्र शुक्ला, अभिनव दीक्षित, संजय त्रिवेदी, एडीएम ,  एसपी आदि मौजूद रहे. 

 

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