कानपुर में कमरे में 3 दिन तक मां-बाप का सड़ता रहा शव, बेटे-बहू ने नहीं ली सुध
- घाटमपुर के हथेरुआ गांव में एक मकान में रहने वाले बीमार बुजुर्ग दंपति का शव तीन दिन तक पड़ा सड़ता रहा, लेकिन बेटे और बहू ने अपने मां-बाप की सुध तक नहीं ली.
कानपुर: घाटमपुर के हथेरुआ गांव में मानवता को शर्मसार कर देने का मामला सामने आया है. यहां एक मकान में रहने वाले बीमार बुजुर्ग दंपति का शव तीन दिन तक पड़ा सड़ता रहा, लेकिन बेटे और बहू ने अपने मां-बाप की सुध तक नहीं ली. फिलहाल पुलिस ने बुजुर्ग दंपति के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है.
जानकारी के मुताबिक गांव में रहने वाले मुरली संखवार और उनकी पत्नी रामदेवी अपने बेटे और बहू से अलग एक मकान में रहते थे. उनके बेटे और बहू गांव के बाहर दूसरे मकान में रहते थे. बुजुर्ग दंपति एक हफ्ते से खांसी और बुखार से पीड़ित थे. कोरोना के लक्षण के डर से किसी ने उनका इलाज नहीं कराया.
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इलाज तो दूर की बात उनके अपने बेटे और बहू उन्हें देखने तक नहीं आए. मंगलवार को मुरली संखवार के घर से दुर्गंध आने पर पड़ोसियों ने बुजुर्ग दंपति के बेटे और बहू को इस बात की सूचना दी. बेटे ने जब दीवार फांद कर घर के अंदर देखा तो मां-बाप के सड़े हुए शव दिखाई दिए.
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वहीं इस मामले में पुलिस का कहना है कि दंपति के शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया है. पुलिस के मुताबिक मृतक दंपति अपने बेटे और बहू से अलग रहते थे. दोनों घर से बाहर बहुत कम ही निकलते थे. यही कारण है उनपर किसी ने ध्यान नहीं दिया कि उनकी मौत हो गई है.
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