जीका वायरस को लेकर यूपी में अलर्ट जारी, कानपुर में 10 मरीज मिलने से हड़कंप

Sumit Rajak, Last updated: Sun, 31st Oct 2021, 1:20 PM IST
  • उत्तर प्रदेश में जीका वायरस का संक्रमण बढ़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट हो गया है. अब तक जीका वायरस से ग्रसित 10 मरीज मिल चुके हैं. यह सभी मरीज कानपुर के हैं. स्वास्थ्य विभाग के जारी निर्देशों के अनुसार, अस्पतालों में भर्ती हो रहे बुखार से पीड़ित मरीजों को पेशाब में जलन व अन्य समस्याएं होने पर उनकी जीका वायरस की जांच जाएगी.
प्रतीकात्मक फोटो

कानपुरः उत्तर प्रदेश में जीका वायरस का संक्रमण बढ़ने के बाद स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह से अलर्ट हो गया है. जिसके चलते स्वास्थ्य विभाग ने प्रदेश में अलर्ट जारी करते हुए सभी सीएमओ और सीएमएस को पत्र भेज कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए हैं. जारी निर्देशों के अनुसार जांच के बाद वायरस से संक्रमित मरीज के निवास से 3 किलोमीटर की रेंज में रहने वालों की भी जांच की जाएगी. यूपी में अब तक जीका वायरस से ग्रसित के 10 रोगी मिल चुके हैं. यह सभी मरीज कानपुर के हैं. रविवार को नेशनल वायरोलॉजी सेंटर पुणे की रिपोर्ट में तीन और मरीजों में संक्रमण की पुष्टि होने  से हड़कंप मच गया है. वायरस की पुष्टि होने की सुचना लगते ही अपर मुख्य सचिव (चिकित्सा) ने आपात जूम मीटिंग कॉल की. स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को बचाव के लिए तत्काल प्रयास तेज करने के निर्देश दिए. 

जिन क्षेत्रों में जीका वायरस  के मरीज मिले हैं, वहां 3 किलोमीटर की रेंज में सर्विलांस तेज कर दिया गया है. इन सभी जगह पर मैपि‍ंग कर वहां घर-घर स्वास्थ्य टीमें भेजी जा रही हैं. इसके साथ ही संदिग्ध रोगियों को पहचान करने के लिए स्क्रीनि‍ंग कर रही हैं. उत्तर प्रदेश में  27 हजार से अधिक घरों में तकरीबन 1.05 लाख लोगों की स्क्रीनि‍ंग की जा चुकी है. जिसमें से 156 संदिग्ध मरीजों के सैंपल की जांच के बाद चार मरीजों की पुष्टि शनिवार को हुई थी. रविवार यानी आज 6 नये मरीजों हड़कंप मच गया है. इसके साथ ही यहां कुल मरीजों की संख्या 10 पहुंच गई है.स्वास्थ्य विभाग के जारी निर्देशों के अनुसार, अस्पतालों में भर्ती हो रहे बुखार से ग्रसित मरीजों को पेशाब में जलन व अन्य समस्याएं होने पर उनकी जीका वायरस की जांच जाएगी.

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चिकित्सा एवं स्वास्थ्य महानिदेशक डा. वेद ब्रत सि‍ंह ने कहा कि मच्छरों से बचाव के लिए फागि‍ंग और साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है.साथ ही लोगों को जागरूक किया जा रहा है कि वह सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें. उन्होने ने कहा की पानी जमा कहीं पर नही होने दें.  जीका वायरस एडीज एजिप्टी मच्छर से ही फैलता है. जीका वायरस के लक्षण बुखार,  मांसपेशियों व जोड़ों में दर्द, आंख लाल होने के साथ-साथ शरीर में चकत्ते हो जाते है.डीएम ने प्रभावित क्षेत्र में पहुंचकर अधिकारियों के साथ जायजा लिया. साथ ही क्षेत्र में हाई अलर्ट कर दिया गया है.

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