जेल पहुंचा कानपुर का धनकुबेर पीयूष जैन, 14 दिन न्यायिक हिरासत में, DGGI ने नहीं मांगी रिमांड

Somya Sri, Last updated: Mon, 27th Dec 2021, 6:00 PM IST
  • कानपुर में इत्र कारोबारी पीयूष जैन को गिरफ्तारी के बाद 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. इससे पहले चर्चा थी कि कारोबारी को DGGI की टीम पर रिमांड पर अहमदाबाद लेकर जाएगी. हालांकि, डीजीसीआई ने रिमांड नहीं मांगी और कोर्ट से पीयूष जैन को जेल भेज दिया गया.
पीयूष जैन को गाड़ी ले जाती पुलिस

कानपुर: उत्तर प्रदेश के कानपुर में इत्र कारोबारी पीयूष जैन को गिरफ्तार करने के बाद 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है. DGGI ने कानपुर के धन कुबेर पीयूष जैन की रिमांड नहीं मांगी. पुलिस पीयूष जैन को कानपुर जेल ले गई है. इससे पहले चर्चा थी कि डीजीजीआई की टीम पीयूष जैन के रिमांड की मांग करेगी और उसे अहमदाबाद लेकर जाएगी.

कंबल तान कर सोते नजर आए पीयूष जैन

न्यायिक हिरासत में भेजे गए पीयूष जैन की एक तस्वीर सामने आई है जिसमें पीयूष जैन काकादेव थाने के महिला हेल्प डेस्क रूम में कंबल तान कर सोते नजर आ रहे हैं. मालूम हो कि पीयूष जैन को टैक्स चोरी के आरोप में सीजीएसटी एक्ट की धारा 69 के तहत गिरफ्तार किया गया. यह कार्रवाई डीजीजीआई की टीम की तरफ से कानपुर और कन्नौज स्थित घर से 200 करोड़ रुपये से अधिक की नकदी और सोना-चांदी मिलने के बाद की गई थी.

आयकर छापा: कानपुर के बाद कन्नौज में एक और इत्र कारोबारी संदीप मिश्रा के ठिकानों पर रेड

 

तीन-चार दिनों से चल रही थी छापेमारी

बता दें कि इत्र कारोबारी पीयूष जैन के कन्नौज के आवास पर पिछले तीन- चार दिनों से अहमदाबाद जीएसटी विजलेंस और इनकम टैक्स की जांच चल रही थी. वहीं जांच का दायरा को बढ़ता देंख इसमें लखनऊ और कानपुर के अधिकारियों को भी शामिल किया गया था. सूत्रों के मुताबिक इस जांच में 35 से ज्यादा अधिकारी शामिल हो चुके हैं. इसके अलावा जांच में मदद के लिए 85 से ज्यादा कारीगरों, मजदूरों आदि को भी शामिल किया जा चुका.

काकादेव थाना, कानपुर.

कानपुर के इत्र कारोबारी पीयूष जैन गिरफ्तार, छापेमारी में 200 करोड़ से ज्यादा कैश व सोना-चांदी बरामद

सूत्रों के मुताबिक इत्र कारोबारी पीयूष जैन ने कन्नौज में अपने घरों की अलमारियों, तिजोरियों और लॉकरों की चाबियां एक साथ गुच्छे बना दिए थे. जांच अफसरों को 500 चाबियां मिलीं, जिसमें से ताले 109 हैं. बताया जा रहा कि घर में अभी गुप्त तिजोरियां हैं, जिनकी तलाश की जा रही है. पीयूष के मकान और कारोबारी ठिकानों पर लगे तालों ने विजिलेंस टीम के अफसरों को बुरी तरह से उलझा दिया था. तालों के न खुलने पर उन्हें तोड़ा और काटा जा रहा है. अब तक एक दर्जन से ज्यादा कारीगरों की मदद ली जा चुकी है.

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