2024 तक तैयार हो जाएगा कानपुर एक्स्प्रेस वे, 50 मिनट में तय कर सकेंगे कानपुर से लखनऊ

Uttam Kumar, Last updated: Wed, 17th Nov 2021, 10:45 AM IST
  • कानपुर एक्स्प्रेस वे हर हाल में 2024 तक तैयार हो जाएगा. 2022 से इसका निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा. लखनऊ एक्स्प्रेस वे चालू होने से सिर्फ कानपुर से लखनऊ के बीच मात्र 50 मिनट में तय किया जा सकेगा.
2024 तक बनकर तैयार हो जाएगा कानपुर एक्स्प्रेस वे,(प्रतीकात्मक फोटो)

कानपुर. मंगलवार को देश के सबसे बड़े पूर्वांचल एक्स्प्रेसवे की शुरुआत हो गई. अब बारी कानपुर एक्स्प्रेस वे की है. इसके निर्माण के लिए टेंडर जारी हो गया है. नए साल यानी 2022 से निर्माण भी शुरू हो जाएगा. लखनऊ एक्स्प्रेस वे चालू होने से सिर्फ कानपुर से लखनऊ के बीच मात्र 50 मिनट में तय किया जा सकेगा. कानपुर – लखनऊ एक्स्प्रेस वे शुरू होने से रायबरेली, अलीगढ़ हाईवे से आगरा एक्स्प्रेस- वे के साथ ही पूर्वांचाल एक्स्प्रेसस वे का नया विकल्प भी मिलेगा क्योंकि दोनों हाईवे को यहां से लिंक रोड भी मिलेगी. लखनऊ से लोग कानपुर – दिल्ली हाईवे से बुंदेलखंड एक्स्प्रेस वे, दिल्ली – वाराणसी हाईवे भी आ जा सकेंगे. 

कानपुर एक्स्प्रेस वे के निर्माण में कुल 4610 करोड़ खर्च होंगे. इसके निर्माण के लिए उन्नाव और लखनऊ जिले में  500 हेक्टेयर जमीन का अधिग्रहण किया जाएगा जिसमे कुल 900 करोड़ खर्च होंगे. अमौसी एयरपोर्ट से बनी तक 13 किलोमीटर एलिवेटेड फ्लाईओवर बनाया जाएगा. कानपुर एक्स्प्रेस वे अमौसी में कानपुर के रिंग रोड और लखनऊ हाईवे से जोड़ा जाएगा. बनी के बाद एक्स्प्रेससवे नवाबगंज पक्षी विहार के पीछे होते हुए सीधे चौराहे से कानपुर की और 300 मीटर पर जोड़ा जाएगा. कानपुर एक्स्प्रेस वे को मौजूदा लखनऊ हाईवे से जंक्शन बना के जोड़ा जाएगा. 

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प्रोजेक्ट डायरेक्टर एनएचआई एन एन गिरि के अनुसार इस प्रोजेक्ट की लिए 80 फीसदी जमीन मिल गई है. 10 दिसंबर को राजमार्ग मंत्रालय से अनुमति मिलने के बाद टेंडर खोल जाएगा. हर हाल में इस प्रोजेक्ट को  2024 से पहले तैयार किया जाना है. वर्क ऑर्डर के बाद सारी मशीनरी को लगा दिया जाएगा. कानपुर एक्स्प्रेस वे के निर्माण से कानपुर से लखनऊ के साथ - साथ पूर्व- पश्चिम कॉरीडोर को धरातल पर उतारने की योजना सफल हो जाएगी. साथ ही छेकरी और अमौसी एयरपोर्ट जाने में भी सुविधा होगी. साथ ही इकोनॉमिक कॉरीडोर विकसित होने से उद्धमियों को ट्रांसगंगा परियोजना के साथ जुडने का अवसर मिलेगा. निर्माण के लिए कई कंपनी ने इच्छा जताई है.

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