बिकरू कांड: ऐसे खत्म विकास दुबे की दंबगई, 18 महीने बाद खुला पंचायत भवन का ताला

Komal Sultaniya, Last updated: Sat, 15th Jan 2022, 1:34 PM IST
  • बिकरू कांड के मुख्य आरोपी और एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे की दबंगई का आखिरी ताला 18 महीने बाद टूट गया. बिकरू के पंचायत भवन में 10 महीने बाद ताला तोड़कर नए प्रधान ने कदम कदम रखा है. करीब डेढ़ साल पहले पुलिस और एसटीएफ ने मिलकर आठ दिन के भीतर विकास दुबे समेत छह बदमाशों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था.
बिकरू कांड: ऐसे खत्म विकास दुबे की दंबगई, 18 महीने बाद खुला पंचायत भवन का ताला (फाइल फोटो)

बिकरू कांड के मुख्य आरोपी और एनकाउंटर में मारे गए गैंगस्टर विकास दुबे की दबंगई का आखिरी ताला 18 महीने बाद टूट गया. बिकरू के पंचायत भवन में 10 महीने बाद ताला तोड़कर नए प्रधान ने कदम कदम रखा है. इससे पहले पंचायत भवन का ताला खोलने की हिम्मत किसी ने नहीं की थी, क्योंकि पंचायत भवन पर खुद विकास दुबे ने ताले लगाए थे. 

दरअसल बिकरू गांव में पंचायत भवन बनने के बाद से ही विकास दुबे ने उस पर कब्जा कर रखा था. उस पर ताला डाल रखा था. विकास दुबे ने पंचायत भवनमें पर ताला उसी दिन यानी 2 जुलाई, 2020 को लगाया था, जिस रात उसने 8 पुलिसवालों को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया था. बिकरू कांड के बाद प्रशासन ने विकास के भाई की पत्नी अंजलि को प्रधान पद से बर्खास्त करके नया चुनाव कराया था. जिसमें गांव के दलित वर्ग से संजय की पत्नी मधु चुनाव तो जीत गई थी. लेकिन विकास के आतंक और दहशत की वजह से उनकी या किसी अधिकारी की हिम्मत नहीं हो रही थी कि वो पंचायत भवन का ताला तोड़ दें.

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बता दें कि करीब डेढ़ साल पहले 2 जुलाई 2020 को कानपुर जिला स्थित बिकरू गांव गोलियों की गूंज से उठा था. आधी रात को करीब 12:45 बजे बिकरू गांव में गैंगस्टर विकास दुबे और उसके गैंग ने डीएसपी और एसओ समेत 8 पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी थी. एक-एक पुलिसकर्मी को दर्जनों गोलियां मारी गई थीं. पुलिस और एसटीएफ ने मिलकर आठ दिन के भीतर विकास दुबे समेत छह बदमाशों को एनकाउंटर में ढेर कर दिया था. अभी 45 आरोपी जेल में बंद हैं. केस का ट्रायल चल रहा है.

 

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