फेसबुक पर खुद को अफसर बताने वाले ने नौकरी दिलाने के नाम पर की पौने दो करोड़ की ठगी, गिरफ्तार

ABHINAV AZAD, Last updated: Fri, 17th Sep 2021, 6:07 PM IST
  • शातिर फेसबुक पर खुद को सचिवालय का अधिकारी बताता था और लोगों से दोस्ती करता था. इस तरह शातिर ठग लोगों को अपने झांसे में लेता था. ठग ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसने अब तक 34 लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर अपना शिकार बनाया है.
(प्रतिकात्मक फोटो)

कानपुर. क्राइम ब्रांच को बड़ी सफलता मिली है. दरअसल, क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे शातिर ठग को गिरफ्तार किया है जो सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर लोगों से ठगी करता था. शातिर फेसबुक पर खुद को सचिवालय का अधिकारी बताता था और लोगों से दोस्ती करता था. इस तरह शातिर ठग लोगों को अपने झांसे में लेता था. ठग ने पूछताछ के दौरान बताया कि उसने अब तक 34 लोगों को सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर अपना शिकार बनाया है. साथ ही तकरीबन 2 करोड़ से अधिक रूपए की ठगी की है.

शातिर ठग लोगों से रेलवे समेत सचिवालय व अन्य सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर सुल्तानपुर, गोंडा और प्रयागराज समेत कानपुर में लोगों को लाखों रूपए की चपत लगा चुका है. डीसीपी क्राइम सलमान ताज पाटिल के मुताबिक, शातिर ठग नवाबगंज थाना क्षेत्र का रहने वाला है. ठग का नाम वरुण बाजपेई है. ठग ने सरकारी नौकरी दिलाने के नाम पर वर्ष 2019 में दस लाख रुपये ठगे गए थे. पांच लाख रुपये आनलाइन ट्रांजेक्शन में एक बैंक खाते में जमा हुए थे, जबकि पांच लाख रुपये कैश लिए गए थे. पुलिस ने ठग को गिरफ्तार कर लिया है.

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डीसीपी के मुताबिक, ठग शिवपूजन ने फेसबुक पर अपना दो अकाउंट बना रखा है. एक अकाउंट शिवाजीराव और दूसरा अकाउंट अनुराग ठाकुर नाम से बना रखा है. उसकी फेसबुक फ्रेंड लिस्ट में 5000 से अधिक लोग जुड़े हैं. गिरफ्तार ठग खुद को सचिवालय में असफर बताता था और फेसबुक पर दोस्ती होने के बाद लोगों को अपना शिकार बनाता था. वह सरकारी नौकरी दिलाने का झांसा देकर पद के अनुरूप 5 से 10 लाख रुपया खाते में जमा करवा लेता था.

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