कानपुर में गंगा किनारे अभिभावक संगठनों ने फीस माफी के लिए किया अर्धनग्न प्रदर्शन
- मवार को कानपुर के सरसैया घाट पर गंगा किनारे अभिभावक संगठनों ने अपने बच्चों की फीस माफी की मांग को लेकर अर्धनग्न प्रदर्शन किया और चेतावनी दी कि यदि उनकी बात न सुनी गई तो वह लोग पैदल ही लखनऊ में मुख्यमंत्री आवास पर जाएंगे.

कोरोना काल के चलते उत्तर प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों के स्कूल बंद चल रहे हैं. मगर अब विद्यालय प्रशासन अभिभावकों से फीस जमा कराए जाने का दबाव डालने लगे हैं. इस पर कानपुर के अभिभावक संगठन फलक चैरिटेबल फंड एजुकेशन ट्रस्ट उत्तर प्रदेश, अभिभावक विचार मंच, पेशेंट हेल्थ केयर सोसायटी, अखिल भारतीय पीड़ित अभिभावक संघ, अभिभावक अधिकार संघ उत्तर प्रदेश, दोस्त सेवा संस्थान, एकलव्य स्पोर्ट्स अकैडमी के अलावा अन्य अभिभावक संगठनों ने मोर्चा खोल दिया और वह लोग गंगा किनारे स्थित सरसैया घाट पर पहुंच गए. उन्होंने अर्धनग्न प्रदर्शन करना शुरू कर दिया. संगठन के सभी लोग हाथों में बैनर व तख्तियां लिए हुए थे. वह लोग प्लेकार्ड व नो स्कूल नो फीस की टी-शर्ट भी पहने थे. उन्होंने गंगा जी में अर्धनग्न खड़े होकर अपने बच्चों के स्कूल की फीस माफी के लिए नारे लगाए.
नारों में वह लोग कह रहे थे फीस गले की फांसी है, जनता भूखी प्यासी है, याचना नहीं अब रण होगा, संघर्ष बहुत भीषण होगा जैसे नारे लगा रहे थे.
संगठन के पदाधिकारी राकेश मिश्रा ने बताया कि जब उनकी बाद सांसद व विधायक ने नहीं सुनी तो उनके पास इसके अलावा और कोई भी चारा नहीं रह गया था. मामले की जानकारी पुलिस को दी गई. सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने अभिभावक संगठनों को प्रदर्शन करने से मना किया. मगर प्रदर्शनकारी अभिभावक वहीं पर डटे रहे. यहां खास बात यह है पुलिस को इस बात का भी डर था कि कहीं अभिभावक यहां से सीधे लखनऊ के लिए पैदल न चल जाए.
इस दौरान मुख्य रूप से मनीष शर्मा, विनीत कपूर, महेश्वरी, बाबूलाल, लाला ठाकुर, अनिल गुप्ता, कुलदीप गुप्ता, रवी शुक्ला, प्रदीप त्रिपाठी, विकास सोनकर, संदीप त्यागी, नवीन अग्रवाल सहित अन्य लोग मौजूद रहे. इस प्रदर्शन के दौरान महिलाएं भी शामिल रही.
अन्य खबरें
कानपुर: पिंटू सेंगर की हत्या की सुपारी लेने वाले हैदर को पुलिस ने किया गिरफ्तार
9 महीने से खाली पड़ी कानपुर विकास प्राधिकरण की कुर्सी संभालेंगे राकेश सिंह
कानपुर: साइबर सुरक्षा हैकाथॉन 2020 में आईआईटी दिल्ली की टीम बाइट बनी विजेता
कानपुर: सड़कों पर फेंका कूड़ा तो घर में बजाई जाएगी डुगडुगी