कानुपर के पीएचडी करने वालों छात्रों के लिए खुशखबरी, बनेगा नया शोध केंद्र
- डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) से पीएचडी करने वाले इंजीनियरिंग की कोर ब्रांच के छात्र-छात्राओं के लिए कानपुर में पहला अटल बिहारी शोध केंद्र स्थापित किया जाएगा.
कानुपर : इंजीनियरिंग के विषयों में पीएचडी करने वालों छात्रों के लिए एक खुशखबरी है. छात्रों को पीएचडी करने के लिए दूसरे शहर नहीं जाना पड़ेगा. डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय (एकेटीयू) से पीएचडी करने वाले इंजीनियरिंग की कोर ब्रांच के छात्र-छात्राओं के लिए कानपुर में पहला अटल बिहारी शोध केंद्र स्थापित किया जाएगा.
इस शोध केंद का निर्माण शहर के आंबेडकर इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी फॉर हैंडीकैप्ड (एआइटीएच) में किया जाएगा. इंजीनियरिंग की कोर ब्रांच जैसे कंप्यूटर साइंस, बायोटेक, इंफोर्मेशन टेक्नोलॉजी, केमिकल इंजीनियरिंग व इलेक्ट्रॉनिक्स इंजीनियरिंग से पीएचडी करने वाले छात्र-छात्राएं इस नए शोध केंद्र में प्रयोगात्मक अध्ययन कर सकेंगे. शोध केंद्र के लिए प्राविधिक विश्वविद्यालय ने पण्डित दीनदयाल उपाध्याय योजना के अंतर्गत सवा करोड़ का अनुदान दिया है.
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इन सुविधाओं से लैस होगा नया शोध केंद्र
डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय के पंजीकृत छात्र-छात्राएं इस शोध केंद्र में दाखिला ले सकेंगे. केंद्र में आधुनिक प्रयोगशाला भी होगा. केंद्र में वह सभी मशीनें होंगी जो शोध कार्य के लिए जरूरी होती हैं. केंद्र आधुनिक सॉफ्टवेयर से डिजिटल होगा. एआइटीएच की निदेशक पो. रचना अस्थाना ने बताया कि संस्थान को डिजिटल बनाने के लिए एकेटीयू नए सत्र में सॉफ्टवेयर देगा. इसके लिए 70 से 80 लाख का अनुदान स्वीकृत कर लिया गया है. इसके अलावा छात्र-छात्राओं के लिए सौ बेड का छात्रावास भी बनेगा. इसके लिए तीन करोड़ 93 लाख रूपये का अनुदान एकेटीयू ने दिया है. सैकड़ों छात्र-छात्राएं जो बड़ी रकम खर्च करेंगे दूसरे प्रदेश जाते हैं. नए शोध केंद्र के बन जाने से वह केवल अपने शोध कार्य पर ध्यान केंद्र कर सकेंगे.
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