कानपुर: जैन समाज का पयुर्षण पर्व आज से शुरू, कोरोना में नहीं खुले मंदिरों के पट

कानपुर. जैन समाज का प्रमुख त्यौहार पयुर्षण पर्व रविवार से प्रारंभ हो गया है. कई जैन मंदिरों में भी कोरोना के नियमों का पालन करते हुए भगवान महावीर का अभिषेक किया गया. यह पर्व दस दिनो तक चलेगा. इसके साथ ही जैन समाज के लोगों ने अपने घरों में भगवान महावीर की विधि-विधान से पूजा-अर्चना की.
जैन धर्म के अनुयायियों का मानना है कि दस दिनों तक चलने वाले दसलक्षण पर्व के पहले दिन उत्तम क्षमा धर्म की साधना की गई जाती है. जिसमें जैन अनुनायी भगवान महावीर की पूजा अर्चना कर उनसे जाने-अनजाने में हुई गलतियों को स्वीकार करके मन, वचन व शरीर से माफी मांगते हैं. पहले दिन इंसान को जीवन में खुद का कल्याण करने को सबसे पहले क्षमा धारण करने का धर्म निभाना होता है. इस परंपरा के अनुसार लोगों ने अपनों से गलती के लिए माफी मांगी. दसलक्षण पर्व के पहले दिन संदेश दिया गया कि गुस्से को काबू में रखना या उसे दूर रखना ही इंसान के लिए सच्चा क्षमा धर्म है.
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इस बार कोरोना महामारी के कारण मंदिरों के पट आम लोगों के लिए नही खुले इसलिए लोगों ने मंदिरो के बाहर ही परिवार समेत जाकर भगवान महावीर से आशिर्वाद लिया. वहीं जनरलगंज, आनंदपुरी स्थित जैन मंदिरों में मास्क लगाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते हुए भगवान महावीर का अभिषेक किया गया. जनरलगंज स्थित पुराना जैन मंदिर में सोशल डिस्टेंसिंग से भगवान श्रीपार्थनाथ भगवान का अभिषेक हुआ. इसके साथ ही लोगों ने अपने घरों में भगवान की पूजा अर्चना करके इस त्योहार को मनाया.
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