1 फ्लैट पर 1 फ्री का ऑफर देकर ठगे 75 करोड़, 5 लोग गिरफ्तार, साथियों की तलाश जारी

Smart News Team, Last updated: Fri, 18th Jun 2021, 11:18 PM IST
  •  लखनऊ में ठगी का एक मामला सामने आया है जहां एक प्लाट की बुकिंग कराने पर दूसरा प्लॉट फ्री देने और उसमें निवेश करने वाले रुपयों को एक वर्ष में ही दोगुना करने का लालच देते हुए तकरीबन दो सौ से ज्यादा लोगों से करीब 75 करोड़ रुपए तक की ठगी करने वाले एक गिरोह के पांच लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है.
1 फ्लैट पर 1 फ्री का ऑफर देकर ठगे 75 करोड़, 5 लोग गिरफ्तार

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में अपराधिक घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. रोजाना ठगी, चोरी, मारपीट, डकैती आदि घटनाओं के मामले सामने आते रहते हैं. ऐसा ही ठगी का एक मामला सामने आया है जहां एक प्लाट की बुकिंग कराने पर दूसरा प्लॉट फ्री देने और उसमें निवेश करने वाले रुपयों को एक वर्ष में ही दोगुना करने का लालच देते हुए तकरीबन दो सौ से ज्यादा लोगों से करीब 75 करोड़ रुपए तक की ठगी करने वाले एक गिरोह के पांच लोगों को विभूतिखंड पुलिस ने गिरफ्तार किया है.

गिरफ्तार हुए गिरोह के पास से तीन लक्जरी कार, स्वाइप मशीन, एटीएम कार्ड, लैपटाप, जमीन संबंधी फर्जी दस्तावेज, रबर की 18 मोहरें सहित अन्य सामान बरामद हुआ है. गिरफ्तार हुए आरोपीयों में क्वेडा एक्सप्रेस-वे कंपनी के अधिकारी तौलकपुर कादीपुर सुलतानपुर निवासी रजनीश मौर्या, कप्तानगंज देऊरपुर आजमगढ़ निवासी आनंद, उतरौलिया इसहाकपुर आजमगढ़ निवासी बृजेश कुमार यादव, सिधारी आजमगढ़ के रहना वाला संजय और खामपार सौरेजी देवरिया का संतोष पटेल शामिल हैं.

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वहीं गिरोह के अन्य सदस्यों कंपनी के डायरेक्टर रेखचंद्र मौर्य, रमा यादव, अनिल यादव, मिनाक्षी तिवारी, पूनम तिवारी, आनंद मौर्या व अरुणेश प्रताप सिंह की तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है. एडीसीपी पूर्वी सैय्यद मोहम्मद कासिब आब्दी के अनुसार इन लोगों ने क्वेडा एक्सप्रेस सिटी समेत करीब आठ हाउसिंग कंपनियां अलग-अलग नामों से खोल रखीं थीं. ये लोग पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे पर लोगों को प्लाट दिलाने का झांसा देते थे.

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अलग-अलग नाम से खोली थीं आठ कंपनियां : जालसाजों ने क्वेडा एक्सप्रेस प्राइवेट लिमिटेड, क्वेडा डेवलपर्स, केडी जियो इंश्योरेंस वेब एग्रीमेंट प्राइवेट लिमिटेड, केडीएल मेट्रो सिटी, रियल टाइम ग्रोथ मल्टी ट्रेड, क्वेडा बिजनेस सल्यूशन, क्वेडा कोटन और क्वेडा ग्रीन सिटी के नाम से कंपनियां खोल रखीं थीं.

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मामले के बारे में इंस्पेक्टर चंद्रशेखर सिंह ने बताया कि क्वेडा एक्सप्रेस-वे प्राइवेट लिमिटेड कंपनी के खिलाफ गुरुवार को रायबरेली निवासी प्रदीप कुमार ने तहरीर दी थी. इसके बाद प्रदीप ने बताया कि फेसबुक के माध्यम से उन्हें कंपनी के बारे जानकारी मिली थी. इसके बाद वह प्लाट की खरीद के लिए गोमतीनगर के विनम्रखंड स्थित क्वेडा कंपनी के दफ्तर पहुंचे.

उन्होंने आगे बताया कि कंपनी के लोगों ने उन्हें एक्सप्रेस-वे पर साइट दिखाई और 2.30 लाख रुपये देकर प्लाट बुक कराया. इतना ही नहीं उन्हें कंपनी ने एक प्लाट मुफ्त में देने का आफर दिया. रुपये जमा करने के बाद जब उन्हेंने साइट का नक्शा मांगा तो कंपनी टाल मटोल करने लगी. कंपनी के अधिकारी जब उन पर 75 फीसद रकम जमा कर प्लाट की रजिस्ट्री कराने का दबाव बनाने लगे तो उन्हें कुछ शक हुआ. इसके बाद जब उन्होंने साइट की पूरी जानकारी जुटाई, तो उन्हें ठगी का पता चला इसके बाद उन्होंने तहरीर देकर मुकदमा दर्ज कराया.

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