अब भेड़-बकरियों का बनेगा आधार कार्ड, हर एक का यूनिक नंबर, बीमा भी होगा
- इंसानों के साथ भेड़-बकरियों का भी अपनी आधार नंबर होगा. दस अंकों के डिजीटल नंबर के छल्ले को वह अपने कान में पहनेंगी. एनडीपीसी एक-एक भेड़-बकरी का रिकॉर्ड अपने पोर्टल पर दर्ज करेगी.
लखनऊ. भारत में अब इंसान ही नहीं भेड़-बकरियों का भी आधार कार्ड बनेगा. इनका एक 10 अंकों का आधार नंबर होगा जो हर भेड़ और बकरी को अलग पहचान देगा. सभी भेड़-बकरी अपना आधार नंबर का एक छल्ला कान में पहनेंगी. दरअसल एनएडीसीपी यानी नेशनल एनिमल डिजीज कंट्रोल प्रोग्राम में अब भेड़-बकरी को भी शामिल कर लिया गया है. और पशुपालन विभाग फरवरी महीने से ही भेड़-बकरियों की ईयर टैगिंग भी शुरू कर देगा.
गौरतलब है कि यूपी के मथुरा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 11 सितंबर साल 2019 में एनएडीसीपी प्रोग्राम लॉन्च किया था. पहले चरण में सरकार ने सिर्फ गोवंश और महीष वंशीय को ही प्रोग्राम में शामिल किया था जिसके बाद अब भेड़-बकरियों को भी इसमें शामिल कर लिया गया है.
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मालूम हो कि गोवंश और महीष वंशीय पशुओं को आधार नंबर देने की मुहिम आखिरी चरण में है. ऐसे में इसमें भेड़-बकरी को भी शामिल कर पशुपालकों को बड़ी राहत दी गई है. अब एक-एक भेड़ और बकरी का रिकॉर्ड एनडीसीपी के पोर्टल पर दर्ज किया जाएगा. भेड़-बकरी की उम्र और पालने वाले का नाम और पता भी ऑनलाइन रहेगा. साथ ही भेड़-बकरियों को बीमा की सुविधा भी मिल सकेगी.
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