प्रशासन हुआ फेल, एनजीटी के निर्देश के बाद भी जमकर हुई आतिशबाजी
- लखनऊ सहित 13 शहरों में बढ़ते प्रदूषण को रोकने के लिए एनजीटी के द्वारा जारी किए गए निर्देश दीपावली की रात हवा में उड़ते दिखाई दिए और जिन जिलों में पटाखों के छूटने पर रोक लगी हुई थी. वह देर रात जमकर पटाखे छुड़ाए गए और पुलिस प्रशासन मूकदर्शक बना सिर्फ देखता रहा.
लखनऊ: उत्तर प्रदेश में एनजीटी के आदेशों हवा में उड़ता हुआ साफ तौर पर दीपावली की रात में दिखाई दिया और जहां जहां पर पटाखों पर पर रोक लगी हुई थी. उन जिलों में जमकर देर रात पटाखे बाजी हुई.जिसका नतीजा यह रहा कि लखनऊ, कानपुर, आगरा, मेरठ, मुरादाबाद, गाजियाबाद, नोएडा समेत कई जिलों में प्रदूषण का स्तर खतरनाक स्तर पर पहुंच गया है.
मिली जानकारी के अनुसार नेशनल ग्रीन ट्रिब्यूनल (एनजीटी) ने राजधानी लखनऊ समेत उत्तर प्रदेश के 13 शहरों में पटाखों की बिक्री और जलाने पर प्रतिबंध लगाया था. और जिसको लेकर योगी सरकार की तरफ से इन जिलों के जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन को सख्त निर्देश भी दिए गए थे और कहा गया था, कि एनजीटी के द्वारा जारी किए गए दिशा-निर्देश का अपने अपने जिले में पालन करवाएं.
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लेकिन दीपावली की रात एनजीटी के निर्देशों के ठीक उलट देखने को मिला और दीपावली की रात मुख्य सड़कों को छोड़ राजधानी लखनऊ समेत अन्य 13 शहरों में भी जमकर पटाखे छुड़ाए गए और पुलिस मूकदर्शक बनी देखती रही. जिसके चलते लखनऊ का एयर क्वालिटी इंडेक्स 881 तक पहुंच गया तो वही कानपुर में एक्यूआई लेवल 522, मुरादाबाद में 411,मेरठ और आगरा में भी 400 के पार पहुंच गया है.जबकि 50 डिजिट तक के एयर क्वालिटी इंडेक्स को अच्छा माना जाता है.
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