आज 580 साल बाद लगेगा सदी का आखिरी चंद्रग्रहण, जानिए कहां दिखेगा ग्रहण और क्या होगी अवधि

Indrajeet kumar, Last updated: Fri, 19th Nov 2021, 8:49 AM IST
  • इस साल का आखिरी चंद्रग्रहण आज यानि शुक्रवार, 19 नवंबर 2021 को लगने वाला है. ग्रहण कि अवधि 12:48 दोपहर से 04:17 शाम तक होगी. 580 साल के बाद इस तरह की खगोलीय घटना घटने वाली है. भारत में ये चंद्रग्रहण पूर्वोत्तर के राज्य असम और अरुणाचल प्रदेश में ही कुछ समय के लिए स्पष्ट दिखाई देगा.
आज 580 साल बाद लगेगा सदी का आखिरी चंद्रग्रहण

लखनऊ. इस साल का आखिरी चंद्रग्रहण शुक्रवार, 19 नवंबर 2021 को लगेगा. हिंदू पंचांग के मुताबिक ये आंशिक चंद्रग्रहण कार्तिक मास के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा की तिथि को लग रहा है. इस साल कई खगोलीय घटनाएं घटीं. ये 580 साल में लगने वाला सबसे लंबा आंशिक चंद्र ग्रहण है. इससे पहले साल 1440 में इस तरह का ग्रहण लगा था. बताया जा रहा है कि ये आंशिक चंद्र ग्रह होगा लेकिन भारत में यह यह उपच्छाया चंद्र ग्रहण के रूप में दिखेगा. ये भारत के पूर्वोत्तर के राज्य असम और अरुणाचल प्रदेश में ही कुछ समय के लिए स्पष्ट दिखाई देगा. इसके अलावा विदेश में ये अमेरिका, उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर में दिखाई देगा.

अवधि

चंद्रग्रहण दोपहर 12:48 बजे से शुरू होगा और शाम 04:17 बजे होगी खत्म हो जाएगा . आंशिक चंद्र ग्रहण की अवधि 3 घंटे 28 मिनट की है. उपच्छाया चंद्र ग्रहण की अवधि लगभग 6 घंटे की होगी.

कहां कहां दिखेगा

इस बार का भारत के अरुणाचल प्रदेश और असम में आंशिक चंद्र ग्रहण दिखाई देगा. बाकी के राज्यों में आंशिक चंद्रग्रहण नहीं दिखाई देगा. इसके अलावा विदेशों की बात करें तो अमेरिका, उत्तरी यूरोप, पूर्वी एशिया, ऑस्ट्रेलिया और प्रशांत महासागर क्षेत्र के कुछ हिस्से चंद्रग्रहण स्पष्ट दिखाई देगा.

साल 2021 में दो चंद्र ग्रहण

इस साल 2 चंद्रग्रहण का योग है. पहला चंद्र ग्रहण 26 मे 2021 को लगा था. वहीं दूसरा 19 नवंबर को है. ये साल का आखिरी चंद्र ग्रहण है. इसके बाद चंद्र ग्रहण अगले साल यानि 16 मई 2022 को लगेगा.

कब और कैसे होता है चंद्र ग्रहण

चंद्र ग्रहण एक खगोलीय घटना है. जब पृथ्वी, सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है और सूर्य के प्रकाश को चंद्रमा तक पहुंचने से रोकती है. तब चंद्र ग्रहण होता है. खगोलशास्त्रियों के अनुसार कुल 3 प्रकार के चंद्रग्रहण होते हैं. 

पूर्ण चंद्र ग्रहण - जब सूर्य, पृथ्वी और चन्द्रमा एक सीध में आ जाते हैं और पृथ्वी की छाया चांद को पूरी तरह से ढक लेती है तब पूर्ण चंद्र ग्रहण का नजारा देखने को मिलता है. इस दौरान चंद्रमा पूरी तरह से लाल दिखाई देता है. जिसे सुपर ब्लड मून भी कहते हैं.

आंशिक चंद्र ग्रहण -  जब चंद्रमा और सूर्य के बीच पृथ्वी आ जाती है और चंद्रमा के कुछ ही भाग पर पृथ्वी की छाया पड़ पाती है. इसे ही आंशिक चंद्र ग्रहण कहते हैं.

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उपच्छाया चंद्र ग्रहण - उपछाया चंद्र ग्रहण इसे पेनुमब्रल भी कहा जाता है. इस अवस्था में सूर्य और चांद के बीच पृथ्वी उस समय आती है, जब सूर्य, चंद्रमा और पृथ्वी एक सीधी रेखा में नहीं होते हैं. इस स्थिति में पृथ्वी की बाहरी हिस्से की छाया यानी उपच्छाया ही चंद्रमा पर पड़ती है. जिससे चन्द्रमा की सतह धुंधली पड़ जाती है, इसी को उपच्छाया चंद्र ग्रहण कहा जाता है. इस स्थिति में चंद्रमा का रंग और आकार नहीं बदलता है.

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