पिता के सपा में जाने पर बोली संघमित्रा मौर्य- BJP की वफादार कार्यकर्ता हूं, भाजपा में ही रहूंगी

Uttam Kumar, Last updated: Sat, 15th Jan 2022, 9:31 AM IST
  • पिता स्वामी प्रसाद मौर्य के समाजवादी पार्टी में शामिल हो जाने पर बदायूं से भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य व उनकी बेटी ने कहा कि वह पिता के फैसले का सम्मान करती है, पिता के इस फैसले से उनपर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा. उन्होंने खुद को भाजपा का वफादार कार्यकर्ता बताया और कहा कि वह बीजेपी में ही रहेंगी.
भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्या. (फाइल फोटो)

लखनऊ:  उत्तर प्रदेश के पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य के बीते दिन मकर संक्रांति के अवसर पर समाजवादी पार्टी में शामिल हो जाने के बाद उनकी बेटी और बदायूं से भाजपा सांसद संघमित्रा मौर्य ने कहा कि वह भारतीय जनता पार्टी के वफादार कार्यकर्ता हैं, भाजपा में ही रहेंगी. पिता के अलग पार्टी जॉइन कर लेने से उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ेगा. 

संघमित्रा मौर्य के सोशल मीडिया पर एक पोस्ट शेयर किया गया था जिसमे यह लिखा गया था कि पिता उनके हीरो(आदर्श) है. इस पर संघमित्रा मौर्य ने कहा कि मेरे लिए पिता और पार्टी दो अलग - अलग चीज है. “हमारे परिवार में छोटा व्यक्ति बड़ों के फैसलों का सम्मान करता है”. पिता के अलग पार्टी जॉइन कर लेने से उनके पिता के साथ संबंध पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है.

BJP के बाद सपा में इस्तीफे शुरू, MLC घनश्याम लोधी ने छोड़ी समाजवादी पार्टी

संघमित्रा मौर्य ने बताया कि पिता स्वामी प्रसाद मौर्य ने पार्टी छोड़ने से पहले कभी उनसे सलाह नहीं ली. और न ही उन्होंने उनसे भाजपा छोड़ने के अपने फैसले पर पुनर्विचार करने के लिए कहा. बदायूं भाजपा सांसद ने यह भी कहा कि उनके पिता ने पार्टी छोड़ने के बाद उनपर कभी भी भाजपा से अलग होने की सलाह नहीं दी या किसी तरह का दबाव नहीं डाला. 

आपको बताया दे स्वामी प्रसाद मौर्य ने 11 जनवरी को उत्तर प्रदेश कैबिनेट से इस्तीफा दे दिया था. उसके बाद उन्होंने बीते दिन मकर संक्रांति के अवसर पर औपचारिक रूप से समाजवादी पार्टी (सपा) में शामिल हो गए. स्वामी प्रसाद मौर्य इस बार सपा प्रमुख अखिलेश यादव के नेतृत्व में चुनाव लड़ेंगे. स्वामी प्रसाद मौर्य के बाद भाजपा के कई मंत्री और विधायक ने पार्टी छोड़कर सपा का दामन थाम लिया. 

मौर्य, सैनी समेत BJP छोड़ आए कई विधायक-नेता अखिलेश यादव की सपा में शामिल

 

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें