अजीत सिंह मर्डर केस: शूटर गिरधारी सिंह लखनऊ पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में ढेर

Smart News Team, Last updated: Mon, 15th Feb 2021, 9:37 AM IST
  • अजीत सिंह हत्याकांड में मुख्य शूटर गिरधारी सोमवार को तड़के सुबह लखनऊ पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया. पुलिस के अनुसार गिरधारी ने फरार होने का प्रयास किया जिसमें उसने पुलिस पर गोली चलाई और जवाबी फायरिंग में गिरधारी को गोली लगने से उसकी मौत हो गई.
अजीत सिंह मर्डर के मुख्य शूटर गिरधारी की फाइल फोटो.

लखनऊ. हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह की हत्या का मुख्य आरोपी शूटर गिरधारी लखनऊ पुलिस के साथ हुई मुठभेड़ में मारा गया. गिरधारी 13 फरवरी से तीन दिन की रिमांड पर था. लखनऊ के विभूतिखंड इलाके की पुलिस और वाराणसी पुलिस ने रविवार को कई घंटे उससे पूछताछ की थी. पुलिस की तरफ से दावा किया जा रहा है कि सोमवार तड़के गिरधारी ने फरार होने की कोशिश की जिस दौरान उसने पुलिस पर गोली चलाई. पुलिस ने जवाबी फायरिंग की जिसमें उसे सहरा अस्पताल के पास गोली लगी और वहां उसकी मौत हो गई. 

पुलिस मुठभेड़ में दरोगा समेत दो पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं. उपनिरक्षक अख्तर सैयद उस्मानी के नाक पर चोट आई है और एसएसआई अनिल कुमार सिंह के दाहिने बाजू पर गोली छूते हुए निकली है. वहीं विभूतिखंड के इंस्पेक्टर चंद्रशेखर के बुलेटप्रूफ जैकेट में एक गोली लगी है. जिसके बाद जवाबी फायरिंग में गिरधारी सिंह की गोली लगने से मौत हो गई.

बता दें लखनऊ के विभूतिखंड में 6 जनवरी को अजीट सिंह की हत्या की गई थी. जिसका मुख्य आरोपी गिरधारी था और उसके साथ पांच अन्य शूटर भी थे. गिरधारी की दिल्ली से 11 जनवरी को गिरफ्तारी की गई थी. हत्या के अन्य राज जानने के लिए पुलिस ने 13 जनवरी की सुबह 11 बजे उसे रिमांड पर लिया था जो 16 फरवरी की सुबह खत्म होनी थी. 

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हिस्ट्रीशीटर अजीत सिंह की हत्या के मुख्य आरोपी गिरधारी से वाराणसी पुलिस भी रविवार को विभूतिखंड थाने में पूछताछ कर रही थी. अजीत की हत्या से पहले वाराणसी में नितेश की हत्या के बाद से गिरधारी फरार था. फरार गिरधारी पर एक लाख का इनाम था. गिरधारी से वाराणसी मर्डर केस की जानकारी लेने के लिए रविवार दोपहर वाराणसी पुलिस लखनऊ पहुंची थी.  

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गिरधारी के दिल्ली में अरेस्ट होने के समय वाराणसी पुलिस भी पहुंची थी लेकिन उन्हें रिमांड नहीं मिली थी. लखनऊ की तरह गिरधारी को वाराणसी कोर्ट में नहीं पेश किया गया था. वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए वाराणसी पुलिस ने अगली तारीख ली थी. 

पुलिस कमिश्नर डीके ठाकुर ने जानकारी दी कि शूटर गिरधारी के खिलाफ कई मुकदमें दर्ज थे और उसने पुलिस पर गोली चलाई. सहारा अस्पताल के पास उसने भागने की कोशिश की जिसमें वह मामरा गया. अजीत सिंह हत्याकांड में शूटर रविदेव, मुस्तफा, अंकुश, राजेश तोमर और मददगार विपुल अभी भी फरार हैं.  

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