महंत नरेंद्र गिरि की मौत के बाद आनंद गिरि को पुलिस ने किया गिरफ्तार, गुरु ने सुसाइड नोट में लिया शिष्य का नाम
- महंत नरेंद्र गिरि की सुसाइड मामले में उनके शिष्य आनंद गिरि को सहारनपुर पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आधी रात को हरिद्वार पहुंचकर सहारनपुर पुलिस ने आनंद गिरि को गिरफ्तार किया. इसके बाद उन्हें प्रयागराज पुलिस को सौंप दिया जाएगा.
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि महाराज की मौत के बाद मिले सुसाइड नोट के आधार पर उनके शिष्य आनंद गिरि को गिरफ्तार किया गया है. महंत नरेंद्र गिरि ने मौत से पहले अपने एक शिष्य के नाम एक सुसाइड नोट लिखा था, जिसमें उन्होंने सुसाइड की वजह शिष्य द्वारा प्रताड़ना से परेशान होना बताया था. सुसाइड नोट मिलने के बाद आनंद गिरि पर नामजद केस दर्ज हुआ. सहारनपुर पुलिस ने हरिद्वार स्थित उनके आश्रम से आनंद गिरि को हिरासत में लिया.
सीओ देवबंद रजनीश उपाध्याय, एसओ गगलहेड़ी सतेंद्र राय के नेतृत्व में सहारनपुर पुलिस हरिद्वार पहुंच गई और आनंद गिरि को हिरासत में लेकर लगभग डेढ़ घंटे तक पूछताछ की. पुलिस ने भारी सुरक्षा व्यवस्था के बीच करीब 11 बजे रात में आनंद गिरि को प्रयागराज ले गई. सीओ देवबंद रजनीश उपाध्याय ने बताया कि आनंद गिरि को हरिद्वार स्थित उनके आश्रम से हिरासत में लिया गया और उन्हें प्रयागराज पुलिस के हवाले कर दिया जाएगा.
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वहीं गिरफ्तारी के बाद आनंद गिरि ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि, उन्हें शक है कि उनके गुरु महंत नरेंद्र गिरि ने आत्महत्या नहीं की बल्कि उनकी हत्या की गई है. इसमें कौन लोग शामिल हैं, इस बात का खुलासा होना चाहिए. ऐसे कई लोग हैं, जिन पर उन्हें शक है और सच्चाई सामने आनी चाहिए. मैं अगर दोषी हूं तो फिर मुझे भी सजा मिलनी चाहिए.
बता दें कि हाल ही में नरेंद्र गिरि अपने शिष्य आनंद गिरि संग विवाद को लेकर चर्चा में थे. हालांकि आनंद गिरि के माफी मांगने के बाद विवाद खत्म हो गया था, लेकिन मठ और मंदिर में आनंद के प्रवेश पर मनाही थी. वहीं मामले की आगे की जांच के लिए पुलिस पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रही है. इसके अलावा मठ में आने जाने वाले लोगों की सूची और महंत के मोबाइल नंबर के आधार पर भी पुलिस जांच में जुटी हुई है.
एडीजी प्रशांत कुमार ने बताया कि, महंत नरेंद्र गिरि की सोमवार को संदिग्ध हालत में मौत हुई थी. उनका शव अल्लापुर स्थित बाघंबरी मठ स्थित उनके आवास में पंखे से लटका हुआ मिला था. सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया. इसके बाद मठ को भी सीज कर दिया गया. घटनास्थल से पुलिस को एक सुसाइड नोट भी मिला, जिसमें महंत ने अपने शिष्य पर परेशान करने का आरोप लगाया. हालांकि सुसाइड नोट में शिष्य का नाम नहीं बताया गया है. साथ ही उन्होंने सुसाइड नोट में मठ और आश्रम की आगे की व्यवस्था को लेकर एक वसीयत की भी जानकारी दी.
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