लखनऊ: निलंबित DIG भगोड़े अरविंद सेन पर पचास हजार रुपये का इनाम घोषित, तलाश जारी
- पशुपालन विभाग में आटे की सप्लाई के नाम पर हुए फर्जीवाड़े में भगोड़े निलंबित डीआईजी अरविन्द सेन पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है. इंदौर के कारोबारी मंजीत भाटिया ने पशुपालन विभाग में ठेका दिलाने के नाम पर पैसे हड़पने के आरोप में हजरतगंज कोतवाली में 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी थी.

लखनऊ. पशुपालन विभाग में आटे की सप्लाई के नाम पर हुए फर्जीवाड़े में भगोड़े निलंबित डीआईजी अरविन्द सेन पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया गया है. गैर जमानती वारंट जारी होने के बाद उन पर 25 हजार रुपये इनाम रखा गया था.
कोर्ट के आदेश के बाद अरविन्द सेन के गोमतीनगर और अयोध्या के घर पर संपत्ति कुर्की का नोटिस चिपका दिया गया था. फर्जीवाड़े में नाम आने के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया था. इसी साल 13 जून को इंदौर के कारोबारी मंजीत भाटिया ने हजरतगंज कोतवाली में 11 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करायी थी.
इस मामले में जब एसटीएफ ने जांच-पड़ताल शुरू की तो अरविन्द सेन का नाम भी सामने आया. एसटीएफ भी अरविन्द की तलाश में जुटी हुई है. जेसीपी क्राइम नीलाब्जा चौधरी ने कहा कि मामले के विवेचक ने अरविन्द सेन पर इनाम बढ़ाने की सिफारिश की थी.
आपको बता दें कि पशुपालन विभाग में ठेका दिलाने के नाम पर पैसे हड़पने के आरोप में इंदौर के व्यापारी मंजीत भाटिया ने एके संजीव, आशीष राय, पशुधन विकास मंत्री के सचिव रजनीश दक्षित, सचिवालय के संविदाकर्मी धीरज, रूपक राय और उमाशंकर समेत कई लोगों पर हजरतगंज कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई थी. जब इसकी जांच शुरू की गई तो अरविन्द सेन का नाम सामने आया.
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