यूपी की इस जेल में कैदी ही नहीं पुलिस अफसर भी आने से रहे हैं डर !

Ankul Kaushik, Last updated: Wed, 9th Feb 2022, 8:31 AM IST
  • उत्तर प्रदेश की संवेदनशील बांदा जेल में कोई भी जेल अधीक्षक आने को तैयार नहीं है. बांदा कारागर में आने से जेल अधीक्षक कतरा रहे हैं, इतना ही नहीं इस जेल में जिनका तबादल हुआ है वह बीमार होकर चले गए हैं.
यूपी की बांदा जेल

लखनऊ. उत्तर प्रदेश में एक ऐसी जेल है जिसमें कैदी ही नहीं जेल अधीक्षक भी आने से कतरा रहे हैं. जिस जेल के बार में बात करे हैं वह बांदा में है. बांदा जिला कारागर में शासन को कोई भी जेल अधीक्षक नहीं मिल रहा है. जेल अधीक्षक के लिए जेल मुख्यालय की तरफ से कई ऐसे अफसरों को भी प्रस्ताव भी शासन को भेजा है जो अपने आप को सिंघम जैसे सबसे सख्त और तेज तर्रार मानते हैं. हालांकि बांदा जेल में जिन जेल अधीक्षकों का तबादला हुआ है वह बीमार होकर चले गए. इसके साथ ही बिना बताए गायब हुए एक अधीक्षक को शासन ने निलंबत भी कर दिया है. माना जा रहा है कि इस जेल में बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी लबे समय से बंद है और इसी के चलते जेल अधीक्षक अपनी तैनाती से बच रहे हैं.

यूपी की सबसे संवेदनशील जेल बांदा में अक्टूबर से कोई जेल अधीक्षक नहीं है और जेलर वीरेंद्र वर्मा इस समय जेल को चला रहे हैं. वहीं आईजी जेल आनंद कुमार ने कहा बांदा जेल में अधीक्षक की तैनाती शासन से होगी और अधीक्षक के नाम का प्रस्ताव भेजा गया है. बता दें कि इस जेल में हत्या, जानलेवा हत्या समेत दो दर्जन मामले के आरोप में बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी भी कैद हैं. सात अप्रैल 2021 को कोर्ट के आदेश पर बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी को रोपड़ जेल से बांदा जेल में शिफ्ट गया था.

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इस जेल के लिए मई में उन्नाव के अधीक्षक एके सिंह का तबादला किया गया था लेकिन चार महीने बाद वह बीमार हो गए उसके बाद नहीं लौटे. इसके बाद साल 2021 में ही 11 नवम्बर को बरेली जिला जेल के अधीक्षक विजय विक्रम सिंह को इसे जेल में भेजा गया लेकिन वह यहां पर आए ही नहीं और बिना कार्यभार संभाले ही बीमार हो गए. इसके बाद एक महीने तक बिना बताए गायब होने पर शासन ने उन्हें निलंबित कर दिया.

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