लखनऊ: बिजली बिल में नाम बदलने के लिए हो रही मनमानी फीस वसूली, उपभोक्ता परेशान

Smart News Team, Last updated: Mon, 18th Jan 2021, 11:53 AM IST
  • लखनऊ में बिजली बिल में नाम बदलवाने को लेकर बिजली उपभोक्ताओं से मनमानी वसूली की जा रही है. लेसा के हर डिवीजन में अलग-अलग फीस उपभोक्ताओं से वसूली जा रही है. इसके चलते बिजली उपभोक्ताओं को परेशानी हो रही है. 
बिजली बिल में नाम बदलवाने के लिए मनमानी वसूली हो रही है( सांकेतिंक फोटो )

लखनऊ. बिजली बिल में नाम बदलवाने को लेकर बिजली उपभोक्ताओं से मनमानी वसूली की जा रही है. इसके चलते बिजली उपभोक्ता काफी परेशान हैं. मिली जानकारी के अनुसार बिजली बिल में नाम बदलवाने के लिए लेसा के हर डिवीजन में अलग-अलग फीस उपभोक्ताओं से वसूली जा रही है.

चिनहट के लौलाई में रहने वाले उमा निगम ( खाता संख्या- 2235246505) का घरेलू कनेक्शन है. उमा निगम ने 30 दिसंबर, 2020 को बिजली बिल में नाम बदलवाने के लिए 918 रुपये जमा किया. इसमें 100 रुपये प्रोसेसिंग फीस, 18 रुपये जीएसटी और 800 रुपये सिक्योरिटी राशि शामिल है.

आजम खान को बड़ा झटका, UP सरकार के नाम होगी जौहर यूनिवर्सिटी की 70 हेक्टेयर जमीन

इसी तरह गोमती नगर निवासी एसके श्रीवास्तव ने 15 जनवरी को नाम बदलवाने के लिए 218 रुपये जमा कराया. एसके श्रीवास्तव का खाता संख्या- 5731870000 है और इनका भी घरेलू कनेक्शन है. 218 रुपये में 100 रुपये प्रोसेसिंग फीस, 18 रुपये जीएसटी और 100 रुपये सीक्योरिटी फीस शामिल है. लेकिन, बिजली नियामक आयोग द्वारा जुलाई 2019 में कास्ट डाटा बुक के तहत दो किलोवाट लोड तक घरेलू बिजली कनेक्शन पर 300 रुपये प्रतिकिलो सिक्योरिटी फीस तय की गई है.

UPSHEC ने विशेषज्ञों से पाठ्यक्रम को लेकर मांगे सुझाव, नई शिक्षा नीति होगी लागू

बिजली नियामक आयोग द्वारा निर्धारित फीस-

एक किलोवाट लोड घरेलू कनेक्शन पर बिजली उपभोक्ता को कुछ फीस नहीं देनी होती है. ग्रामीण घरेलू कनेक्शन ( दो किलोवाट ) पर 100 रुपये प्रतिकिलो वाट के हिसाब बिजली उभोक्ता को फीस देनी होती है. शहरी घरेलू कनेक्शन( दो किलोवाट) पर 300 रुपये प्रतिकिलो वाट के हिसाब से बिजली उपभोक्ता को फीस देनी होती है. शहरी घरेलू कनेक्शन ( दो किलोवाट से अधिक) पर 400 रुपये प्रतिकिलो वाट के हिसाब से फीस देनी होती है. वहीं, कॉमर्शियल कनेक्शन पर 1000 रुपये प्रतिकिलो वाट के हिसाब से फीस जमा करनी होती है.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें