रामलला के सखा त्रिलोकी नाथ पाण्डेय का निधन, लखनऊ में ली अंतिम सांस
- विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के वरिष्ठ नेता और अदालत में रामलला के सखा की भूमिका के तहत राम जन्मभूमि की पैरोकारी करते रहे त्रिलोकी नाथ पांडे का निधन हो गया है. त्रिलोकी नाथ पाण्डेय ने लखनऊ के डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अंतिम सांस ली है.
लखनऊ. सुप्रीम कोर्ट में रामलला के सखा की भूमिका में राम जन्मभूमि की पैरोकारी करने वाले त्रिलोकी नाथ पाण्डेय का 75 साल की उम्र में निधन हो गया है. त्रिलोकी नाथ पाण्डेय ने शुक्रवार को रात 8:00 बजे लखनऊ के डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल में अंतिम सांस ली है. वह काफी दिनों से बीमार चल रहे थे और हाल ही में उन्हें लखनऊ के डॉ राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया था. त्रिलोकी नाथ पाण्डेय विश्व हिंदू परिषद (विहिप) के वरिष्ठ नेता भी रहे हैं. इनकी मौत पर विहिप के प्रांतीय प्रवक्ता शरद शर्मा ने दुख जताया है. इसके साथ ही शरद शर्मा ने बताया कि उनका शव देर रात को कारसेवक पुरम लाया जाएगा. इनका अंतिम संस्कार बलिया स्थित उनके पैतृक गांव में किया जाएगा.
इसके साथ ही रामजन्मभूमि ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने बताया कि बलिया में जन्मे त्रिलोकी नाथ पाण्डेय बाल्यावस्था से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सम्पर्क में आए थे. इसके साथ ही वह साल 1972 में संघ की तरफ से जिला प्रचारक बनाए हए और फिर साल 1979 में विहिप के संगठन मंत्री बनाए गए. विहिप संगठन की तरफ से वह रामलला के सिविल व सीबीआई के मुकदमों की पैरोकारी भी देखते थे. त्रिलोकी नाथ पाण्डेय संतों व वकीलों के बीच समन्वय बनाने के लिए काफी मशहूर थे.
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अयोध्या रामलला विवाद के संबंध में इलाहाबाद कोर्ट के दिवंगत न्यायाधीश देवकी नंदन अग्रवाल ने 1 जुलाई 1989 को फैजाबाद जिला अदालत में एक याचिका दायर की थी. जब उनकी मौत हो गई तो फिर इस मामले को टीपी वर्मा ने संभाला था. इसके बाद टीपी वर्मा की जब मौत हुई तो साल 2008 में फरवरी में त्रिलोकी नाथ पाण्डेय ने इस मामले को संभाला था.
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