योगी सरकार का बड़ा बदलाव, UPSSSC की परीक्षा देने के लिए पहले पास करना होगा PET

Smart News Team, Last updated: Sun, 21st Feb 2021, 9:01 AM IST
  • उत्तर प्रदेश में यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग के अंतर्गत होने वाली परीक्षाओं की भर्ती के लिए केवल वही अभ्यर्थी पात्र होंगे, जिन्होंने पहली अर्हता परीक्षा यानी प्रिलिमिनरी एलिजिबिलिटी टेस्ट- पीईटी को पास कर लिया होगा.
यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ. ( फाइल फोटो )

लखनऊ। उत्तर प्रदेश में यूपी अधीनस्थ सेवा चयन आयोग द्वारा निकाली गई भर्तियों के लिए द्विस्तरीय परीक्षा प्रणाली शुरू की जा रही है. आयोग के अंतर्गत होने वाली परीक्षाओं की भर्ती के लिए केवल वही अभ्यर्थी पात्र होंगे, जिन्होंने पहली अर्हता परीक्षा यानी प्रिलिमिनरी एलिजिबिलिटी टेस्ट- पीईटी को पास कर लिया होगा.

राज्य सरकार की तरफ से अनुमति मिलने के बाद सेवा चयन आयोग ने परीक्षा कार्यक्रम के साथ साथ परीक्षा के पाठ्यक्रम भी तयकर के उससे संबंधित आदेश जारी कर दिया है. इस वार्षिक परीक्षा में सौ अंकों में नौ विषयों से संबंधित प्रश्नों पूछे जाएंगे और साथ ही साथ अभ्यर्थी की तर्क शक्ति, समझ और विवेचन क्षमता को भी परखा जाएगा. परीक्षा की समयावधि कुल दो घंटे होगी. जाने वाली बात ऊ है कि हर गलत उत्तर पर एक चौथाई नंबर की नेगेटिव मार्किंग भी होगी.

अजीत सिंह मर्डर: पूर्व MP धनंजय सिंह पर साजिश रचने का आरोप, गिरफ्तारी वारंट जारी

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आयोग की भर्ती प्रक्रिया को व्यवस्थित और गुणवत्तापूर्ण बनाने के लिए पिछले कुछ से प्रदेश में द्विस्तरीय परीक्षा प्रणाली अपनाए जाने का निर्देश दिया था. द्विस्तरीय परीक्षा प्रणाली की प्रक्रिया के अनुसार ही प्रारंभिक अर्हता परीक्षा को आयोग में सभी पदों की भर्तियों पर चयन के लिए अनिवार्य कर दिया गया है.

शादी के इंकार पर युवती को फेसबुक फ्रेंड ने किया आपत्तिजनक फोटो से ब्लैकमेल, मुकदमा दर्ज

आयोग के अध्यक्ष प्रवीर कुमार ने कहा कि पीईटी के पाठ्यक्रम से संबंधित आदेश आयोग ने जारी कर दिया है. परीक्षा अप्रैल-मई में कराने की तैयारी है. परीक्षा में 30 लाख से अधिक अभ्यर्थियों के शामिल होने का अनुमान लगाया जा रहा है. राज्य सरकार के विभिन्न विभागों में 50 हजार से ज्यादा समूह-ग के पद रिक्त चल रहे हैं.

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें