बाइक बोट घोटाला: आरोपित ने रातों-रात छपवाए थे 2.61 लाख फर्जी चेक

Smart News Team, Last updated: Fri, 20th Nov 2020, 3:32 PM IST
  • बाइक बोट घोटाले के आरोपित नोबेल बैंक के सीईओ विजय कुमार ने निवेशकों को धोखा देने के लिए 2.61 लाख फर्जी चेक छपवाए थे.
बाइक बोट घोटाला

लखनऊ: बाइक बोट घोटाले का आरोपित नोबेल कोऑपरेटिव बैंक के CEO विजय कुमार शर्मा को आर्थिक अपराध अनुसंधान शाखा (ईओडब्ल्यू) ने गुरुवार को गिरफ्तार कर लिया. गिरफ्तार किए गए नोबेल बैंक के सीईओ विजय कुमार ने निवेशकों को धोखा देने के लिए फर्जी चेक छपवाए थे.

ईओडब्ल्यू के मुताबिक, घोटाले के मास्टर माइंड संजय भाटी और बिजेंद्र सिंह हुड्डा की कंपनी जीआईपीएल के निवेशकों को जब किस्तें मिलनी बंद हो गईं तो कंपनी के निदेशकों पर रकम वापसी का दबाव बनाना शुरू कर दिया था. निवेशकों का हंगामा बढ़ने के बाद संजय और बिजेंद्र ने विजय की मदद से रातों रात बैंक के 2.61 लाख फर्जी चेक छपवाए थे, ताकि निवेशकों को पोस्ट डेटेड चेक देकर उनका मुंह बंद करवाया जा सके.

कथित गोमती रिवर फ्रंट घोटाले में तात्कालिक चीफ इंजीनियर रूप सिंह यादव गिरफ्तार

ईओडब्ल्यू के मुताबिक, जब निवेशकों ने ये चेक बैंक में जमा किए तो वे बाउंस हो गए. यही नहीं विजय शर्मा ने फर्जीवाड़ा करके बिजेंद्र की कंपनियों पीटीपीएल, आईटीवी व गर्वित इंफ्राटेक के नाम पर गाड़ियों के दो करोड़ 10 लाख रुपये के लोन जारी कर दिए. जब चेक फर्जीवाड़े का खुलासा हुआ तो विजय ने सारा दोष अलीगढ़ निवासी अपने बैंक मैनेजर आरके नागपाल पर डालते हुए उसे बर्खास्त कर दिया था. वहीं, जब नागपाल से ईओडब्ल्यू ने पूछताछ की तो उसने बताया कि बैंक में होने वाली हर गतिविधि और सारे काम विजय के इशारे पर ही किए जाते थे.

सिंगापुर की कंपनी ने ओडीओपी उत्पादों को बेचने की जताई इच्छा

 

आज का अखबार नहीं पढ़ पाए हैं।हिन्दुस्तान का ePaper पढ़ें |

अन्य खबरें