किसान आंदोलन: मायावती बोलीं- दिल्ली बॉर्डर पर कंटीले तारों और कीलों की बैरिकेडिंग उचित नहीं

Smart News Team, Last updated: Wed, 3rd Feb 2021, 12:34 PM IST
  • बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि दिल्ली की सीमाओं पर जो कंटीले तारों व कीलों आदि वाली जबर्दस्त बैरिकेडिंग की गई है वह उचित नहीं है. इनकी बजाए यदि आतंकियों आदि को रोकने हेतु ऐसी कार्रवाई देश की सीमाओं पर हो तो यह बेहतर होगा.
बसपा प्रमुख मायावती (फाइल फोटो)

लखनऊ. बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने दिल्ली बॉर्डर पर पुलिस द्वारा किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए धरना स्थल पर कंटीले तारों और बैरिकेडिंग लगाए जाने को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला है. मायावती ने ट्वीट कर कहा, "लाखों आन्दोलित किसान परिवारों में दहशत फैलाने के लिए दिल्ली की सीमाओं पर जो कंटीले तारों व कीलों आदि वाली जबर्दस्त बैरिकेडिंग की गई है वह उचित नहीं है. इनकी बजाए यदि आतंकियों आदि को रोकने हेतु ऐसी कार्रवाई देश की सीमाओं पर हो तो यह बेहतर होगा."

 

एक दूसरे ट्वीट में मायावती ने केंद्र सरकार से कृषि कानूनों को वापस लेने की मांग दोहराई है. मायावती ने कहा कि तीन कृषि कानूनों की वापसी की वाजिब माँग को लेकर खासकर दिल्ली की सीमाओं पर आन्दोलित किसानों के प्रति सरकारी रवैये के कारण संसद के बजट सत्र में भी जरूरी कामकाज व जनहित के खास मुद्द पहले दिन से ही काफी प्रभावित हो रहे हैं. केन्द्र किसानों की माँग पूरी करके स्थिति सामान्य करे.

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बता दें कि दिल्ली के गाजीपुर, सिंघु और टिकरी बॉर्डर पर तीन नए कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग पर अडे़ किसान पिछले 70 दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं. दिल्ली में 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर किसानों की ट्रैक्टर परेड में हिंसा होने के बाद दिल्ली पुलिस ने दिल्ली बॉर्डर पर चल रहे किसानों के प्रदर्शन स्थल के पास किसानों को दिल्ली में घुसने से रोकने के लिए कड़े इंतजाम किए हैं. दिल्ली पुलिस ने कंटीले तारों, सख्त बैरिकेडिंग और मेन रोड पर लोहे की कीलें लगा दी हैं. इस बीच किसानों ने अपने आंदोलन को तेज करने के लिए पूरे देशभर में 6 फरवरी को तीन घंटे का चक्का जाम करने का फैसला किया है.

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