BSP प्रमुख मायावती का सपा को सुझाव- निष्कासित नेताओं को लेने से नहीं होगा फायदा

Haimendra Singh, Last updated: Tue, 14th Dec 2021, 11:51 AM IST
  • बसपा अध्यक्ष मायावती ने पंजाब की अकाली दल पार्टी को 100 साल पूरे करने पर बधाई दी है. उन्होंने कहा कि 2022 विधानसभा चुनाव में बसपा और अकाली दल मिलकर पंजाब में अपनी सरकार बनाएंगी. वहीं समाजवादी पार्टी पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा, कि निष्कासित और स्वार्थी लोगों को पार्टी में शामिल करने से जनाधार बढ़ने वाला नहीं है.
बसपा सुप्रीमो मायावती.( फाइल फोटो)

लखनऊ. उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और बहुजन समाज पार्टी(BSP) सुप्रीमो मायावती(Mayawati) कहा है कि विधानसभा चुनावों से पहले बसपा से निष्कासित, निष्क्रिय और स्वार्थी लोगों को अपनी पार्टी में शामिल करने से विपक्षी पार्टी सपा का जनाधार बढ़ने वाला नहीं है. बसपा अध्यक्ष मायावती ने मायवती ने इशारों ही इशारों में समाजवादी पार्टी पर हमला बोला है. उन्होंने शिरोमणि अकाली दल के 100 साल पूरे होने पर बधाई दी है. उन्होंने कहा, कि अकाली दल सबसे पुरानी क्षेत्रीय पार्टी है. 2022 में पंजाब विधानसभा चुनाव में बीएसपी और अकाली दल की सरकार बनाएंगी.

न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए मायावती ने कहा कि यहां कुछ पार्टियों द्वारा एक सीट पर कई लोगों को सीट का आश्वासन देकर भीड़ इकट्ठा की जा रही है. केंद्र और उ.प्र. सरकार द्वारा हर दिन प्रदेश में की जा रही ताबड़तोड़ घोषणाएं, अधकच्चे कार्यों के उद्घाटन एवं लोकार्पण से भी इनका जनाधार बढ़ने वाला नहीं है. वही अकाली दल को बधाई देते हुए कहा, कि आज शिरोमणि अकाली दल की 100वीं वर्षगांठ है. अकाली दल भारत की सबसे पुरानी क्षेत्रीय पार्टी है जो पंजाब की जनता के लिए संघर्ष करती रही है. मैं कामना करती हूं कि अगले वर्ष पंजाब में होने वाले आम चुनाव में यहां बीएसपी अकाली दल के गठबंधन की सरकार बने.

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बसपा विधायक परिवार सहित हुए थे सपा में शामिल

बता दें कि हाल ही में बसपा विधायक विनय शंकर तिवारी उनके बड़े भाई कुशल तिवारी और गणेश शंकर पांडे बहुजन समाज पार्टी छोड़कर सपा में शामिल हो गए थे. संतकबीरनगर से पूर्व सांसद कुशल तिवारी भी हरिशंकर के बड़े बेटे हैं. माना जाता है कि विनय शंकर तिवारी की ब्राह्मण वोटरों पर अच्छी पकड़ है.

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